किताबों से हमेशा सावधान रहना चाहिए, `टेसा ने कहा है,` और जो उनके अन्दर है, क्योंकि शब्दों में हमें बदलने की शक्ति होती है।
खुद को गलतियाँ करने देना रचनात्मकता। ये जानना कि कौन सी गलतियों को रखना है; कला है।
मुझे ये लगता है कि समय सभी चीजों को परिपक्व कर देता है; समय के साथ सभी चीजें उजागर हो जाती हैं; समय सत्य का प्रणेता है।
क्योंकि शिक्षक, चाहे जितने दयालु हों, जितने मित्रतापूर्ण हों, अन्दर तक विषादपूर्ण और बुरे होते हैं।
हर कोई जीनियस है, लेकिन अगर आप एक मछली को उसके पेड़ पे चढ़ने की काबिलियत के हिसाब से आंकेंगे तो वो पूरी उम्र यही सोच कर जियेगी कि वो मूर्ख है।
एक अच्छा और समझदार व्यक्ति सिर्फ ज्ञान की ख्वाहिश करता है।
भलाई अमरत्व की ओर ले जाती है, बुराई विनाश की ओर।
ज्ञान को लगातार सुधारना, चुनौती देना, और बढ़ाना होता है, नहीं तो वो गायब हो जाता है!
बच्चों में सहने की प्रतिभा विकल्पों की अज्ञानता की वजह से आती है!
आप स्वयं ही स्वयं हैं, अपने स्वयं ही सृष्टि का सृजन किया है!