
अपनी पीड़ा सह लेना और दूसरे जीवों को पीड़ा न पहुंचाना, यही तपस्या का स्वरूप है|

ब्रह्माज्ञानी को स्वर्ग तृण है, शूर को जीवन तृण है, जिसने इंद्रियों को वश में किया उसको स्त्री तृण-तुल्य जान पड़ती है, निस्पृह को जगत तृण है!

मेरे जनरेशन की सबसे बड़ी खोज यह है कि एक इंसान अपना ऐटीट्यूड बदलकर अपनी लाइफ बदल सकता है!

अगर आप अपनी यादाश्त की परीक्षा लेना चाहते हैं तो आज ये याद करने की कोशिश करिए कि लगभग एक साल पहले आप किस चीज को लेकर चिंतित थे|

अपने पैरो को उतना ही फैलावो, जितनी लम्बी चादर हो|

ज्ञान गाय के समान है, जो हर एक मौसम में अमृत प्रदान करती है| वह विदेश में माता के समान रक्षक और हितकारी होती है, इसीलिए ज्ञान को गुप्त धन कहा जाता है |

एक पेड़ अपने ऊपर गर्मी सहता है, लेकिन अपनी छाया से दूसरो की गर्मी को हरता है |

इंजीनियरिंग केवल 45 विषयों का अध्ययन नहीं है बल्कि यह बौद्धिक जीवन का नैतिक अध्ययन है।

इस समाज में मौत इतनी महत्वपूर्ण है कि यह सब कुछ प्रभावित करती है, मैंने अपने गुरु से सीखा है कि मृत्यु दुश्मन नहीं है, और मै इसे एक और रूप में देख रहा हूं। यह अवतार का अंत है|

खूबसूरती एक ऐसी चीज है, जिसे कोई तस्वीर बयाँ नहीं कर सकती है |