
बुढापा अचानक ही आ जाता है, ना कि धीरे -धीरे, जैसा कि सोचा जाता है।

मैं अपनी कमजोरी और अपनी महत्त्वाकांक्षा के बीच के अंतर से निराश नहीं होना चाहती थी।

खुद को गलतियाँ करने देना रचनात्मकता। ये जानना कि कौन सी गलतियों को रखना है; कला है।

श्रेष्ठता कोई हुनर नहीं है। यह एक रवैया है।

हर बार जब आप प्यार करें, इतनी गहराई से करें जैसे कि वो हमेशा के लिए हो।

मैं उन लोगों पर भरोसा नहीं करती जो खुद से प्यार नहीं करते और फिर भी मुझसे कहते हैं, `मैं तुमसे प्यार करता हूँ।` एक अफ़्रीकी कहावत है: जब कोई नंगा आदमी अपनी कमीज दे तो उससे सावधान रहिये।`

मुझे ये लगता है कि समय सभी चीजों को परिपक्व कर देता है; समय के साथ सभी चीजें उजागर हो जाती हैं; समय सत्य का प्रणेता है।

क्योंकि शिक्षक, चाहे जितने दयालु हों, जितने मित्रतापूर्ण हों, अन्दर तक विषादपूर्ण और बुरे होते हैं।

अपने दिल की सुनिए। उसे पता होता है कि आप सच में क्या बनना चाहते हैं।

हर कोई जीनियस है, लेकिन अगर आप एक मछली को उसके पेड़ पे चढ़ने की काबिलियत के हिसाब से आंकेंगे तो वो पूरी उम्र यही सोच कर जियेगी कि वो मूर्ख है।