
ज़मीन लहु लुहान हो गयी इन्हीं धर्मो के नाम पर और फिर भी तुम पूछते हो कि मैं धर्मो के खिलाफ क्यों बोलता हूँ।

बेकार का बहाना बनाने से अच्छा है कोई बहाना ना बनाना।

मित्रता और पैसा: तेल और पानी।

औरों में बहुत कुछ क्षमा कर दीजिये; खुद में कुछ भी नहीं।

एक आदमी जान जाता है कि वो कब बूढ़ा हो रहा है क्योंकि वह अपने पिता की तरह दिखने लगता है।

हम जिसकी उम्मीद करते हैं वो देने के लिए जीवन बाध्य नहीं है।

सैंकड़ों में कोई एक ही नेता होता है। हजारों में कोई एक ही बुद्धिमान होता है। लेकिन एक संपूर्ण प्रतिभाशाली तो लाखों में भी दुर्लभ ही होता है।

जब महत्त्वाकांक्षाएं ख़त्म होती हैं, तब ख़ुशी शुरू होती है।

दुनिया में किसी भी और चीज से ज्यादा भय लोगों को हराता है।

जैसे एक शमां बिना अग्नि के नहीं जल सकती, उसी तरह इंसान भी एक आध्यात्मिक जीवन के बिना नहीं जी सकता।