इश्क मोहब्बत क्या है मुझे नहीं मालूम,
बस उसकी याद आती है और खडा हो जाता है!
हमने तो वफ़ा की थी, पर उसने ही दिल तोडा मेरा;
फिर एक दिन उसने मैसेज किया, 'याद आती है क्या?'
हमने भी लिख दिया 'लौड़ा मेरा'!
जब जब मैं तेरे बारे में सोचूंगा मेरे अरमान मुझे सताते रहेंगे;
और इक सवाल हमेशा सताएगा मेरे दिल को;
कि कब तक तुम जैसे चूतियों को हम दोस्त बनाते रहेंगे!
यूँ तो तेरी यादों के साथ रहने से हमें कोई ऐतराज़ नहीं ए हसीना;
पर हर रात तीन बार कच्छा बदलना भी कुछ असां नहीं होता!