हर शाम सुहानी नहीं होती, हर चाहत के पीछे कहानी नहीं होती; कुछ तो असर ज़रूर होगा मोहब्बत में, वर्ना गोरी लड़की काले औज़ार की दीवानी नहीं होती!
अगर हो मर्ज़ी से सेक्स तो पाप नहीं होता, अगर हो कुंवारी से सेक्स तो उसका जवाब नहीं होता; पर दोस्त कभी बिना कंडोम के मत चोदना, क्योंकि खड़े लंड का दिमाग नहीं होता!
नुमाइश ए जमाल है कि मुफलिसी से जंग है;
तुम्हारे जिस्म पर लिबास चुस्त है कि तंग है!
ठान लिया था अब शायरी नहीं करेंगे,
उनका पिछवाड़ा देखा और अल्फ़ाज़ बगावत कर बैठे।
तेरी चूत चुलबुली तेरी गांड खुली खुली,
चढा दे मेरे लंड को तेरी चुत की सूली
कल चोदे सो आज चोद, आज चोदे सो अब;
बीबी तो चुदती रहेगी, पड़ोसन चोदेगा कब !
निगाहों से निगाहें मिला कर तो देखो;
कभी किसी लड़की को पटा कर तो देखो।
हसरतें दिल में दबाने से क्या फ़ायदा;
अपने हाथों से ज़रा दबा कर तो देखो।
आसमान सिमट जाएगा तुम्हारे आगोश में;
लड़की की टाँगें फैला कर तो देखो।
अगर यह ना कर सको तो हार मत मानना;
दो बूँदें तो ज़रूर गिरेंगी, यारो;
ज़रा अपने लंड को हिला कर तो देखो।
कुंवारी कलि ना चोदिये, चूत पे करे घमंड;
चुदी चुदाई चोदिये, जो लपक के लेवे लंड।
देख तेरे लंड की हालत क्या हो गई है इंसान;
उसमें बची नहीं है अब कोई जान;
बूब्स दिखाये, चूत दिखाई और दिखाई गांड;
फिर भी उठा नहीं शैतान;
कितना लटक गया हैवान।
करत करत चुदाई से, लंड होत बलवान;
चूत मैं आवत जावत से, लंड बने महान।