संता: आपने दसों अंगुलियों में अंगूठियां पहनी हैं। ये सब किसलिए हैं?
बंता: जो रिंग फिंगर में पहनी है वो मेरी सगाई की है, बाकी सब इससे पैदा हुए उपद्रव को शांत करने के लिए हैं!
संता: कल ही भाभी को हारमोनियम दिलवाया था, आज वापस लौटा कर बांसुरी क्यों दिलवा दी?
बंता: हारमोनियम बजाते बजाते गाने लगती है।
बंता: लड़कों का दिल बड़ा होता है या लड़कियों का?
संता: लड़को का!
बंता: वो कैसे?
संता: जब कोई लड़की नंबर देती है, तो कहती है कि "यह किसी और लड़के को नहीं देना" और जब कोई लड़का नंबर देता है, तो कहता है कि "ये तुम्हारी सभी सहेलियों को भी दे देना!"
टीचर: हेल्लो सर... आपका बेटा स्कूल मेंं फर्स्ट आया है!
संता: सॉरी रॉंग नंबर!
पप्पू: डैडी जी, मैं 10th पास हो गया हूँ। आगे पढ़ाई करके डॉक्टर बनूँगा और कोरोना की वैक्सीन बनाऊंगा!
संता: भगवान से डर बेटा, जिस कोरोना की वजह से बिना परीक्षा दिये पास हुआ उसी के साथ विश्वासघात करने की सोच रहा है!
बंता: दो छोटे सोफों के साथ एक सोफा बड़ी साइज का क्यों होता है?
संता: ताकि जब पति पत्नी में झगडा हो जाये तो पति उस सोफे पर सो सके!
संता: मेरी पत्नी को सरकार में मंत्री होना चाहिए... वह 'बेकारी' दूर करने में बहुत काबिल है।
बंता: वो कैसे?
संता: वह हर रोज़ मेरे लिए कम से कम 4-5 नए काम निकाल देती है!
संता 14 दिनों से ससुराल में था!
सास: दामाद जी कब वापस जा रहे हो?
संता: क्यों?
सास: बहुत दिन हो गए!
संता: आपकी बेटी तो छ: छ: महीने मेरे यहाँ रहती है!
सास: वो तो वहाँ ब्याही गयी है!
संता: तो मैं क्या यहाँ अपहरण करके लाया गया हूँ!
संता: देख बेटा मैं तेरे लिए जूते लेकर आया हूं!
पप्पू: थैंक्स... पर इनका साईज तो बहुत बड़ा है!
संता: हाँ... पहनूंगा तो मैं ही, तुझे तो इनसे पीटूंगा, तेरी हरकतों की वजह से!
बंता: लगता है ये कोरोना भारत में मनाये जाने वाले सभी त्यौहार देख कर ही जायेगा!
संता: ये तो फिर चला जायेगा, लेकिन कहीं विकास देखने की ज़िद्द कर बैठा तो फिर तो गए काम से!