इस डाक्यूमेंट्री का टाइटल होगा 'चार्ली चैपलिन, ए मैन ऑफ़ द वर्ल्ड' जिसमे चार्ली चैपलिन की ज़िन्दगी से जुडी कई नयी बातों का खुलासा किया जाएगा, जिनके बारे में उनके फैन्स को शायद नहीं पता होगा. सुनने में आ रहा है की यह डाक्यूमेंट्री हमें अगले साल तक देखने को मिलेगी.
आपको जान कर हैरानी होगी की चार्ली चैपलिन, पहले ऐसे शख्स थे जिन्हें दुनिया की सबसे मशहूर मैगज़ीन 'टाइम' ने अपने कवर पर फीचर किया था. अमेरिका में चार्ली की फिल्मों के कम्युनिस्ट कंटेंट के कारण, उन पर बैन लगने के बावजूद, सन 1973 में चार्ली चैपलिन को ऑस्कर अवार्ड से सम्मानित किया गया था.
फ़िल्मी परदे पर सबको हंसाने वाले चार्ली की ज़िन्दगी, उनकी फ़िल्मी इमेज के एकदम उलट थी, चार्ली चैपलिन का बचपन बहुत ज्यादा गरीबी और मुश्किलों से भरा हुआ था, उनके पिता शराबी थे और माँ उनके बचपन में मानसिक तौर से बीमार हो गयी थी जिसके कारण उन्हें सात साल की उम्र में ही एक अनाथ आश्रम में जा कर रहना पड़ा था.
चैपलिन ने 13 साल की उम्र में एंटरटेनमेंट दुनिया में कदम रखा था और आगे चल कर फ़िल्मी दुनिया के बादशाह बने. हॉलीवुड के प्रतिष्ठित 'ऑस्कर' अवार्ड्स के इतिहास में सबसे लम्बा स्टैंडिंग ओवेशन, चार्ली चैपलिन को मिला था, उनके लिए अवार्ड फंक्शन में लोगों ने 12 मिनट तक तालियाँ बजाई थी.
ऐसी और भी कई अनसुनी और इंटरेस्टिंग बातें हमें उनके जीवन पर बन रही इस डाक्यूमेंट्री फिल्म में देखने को मिलेंगी जो की अगले साल रिलीज़ होगी.