आमतौर पर विद्यार्थिओं को फेल होने या कम नम्बर आने के लिए दोषी ठहराया जाता है
पर हम विद्यार्थी अगर फेल होते हैं तो इसमें हमारा कोई दोष नहीं
अगर कोई विद्यार्थी फेल होता है तो साल में सिर्फ 365 दिन होते हैं
जिसमें 52 रविवार होते हैं (वो आराम करने और टी.वी देखने के लिए) बचे 313 दिन
60 गर्मियों कि छुट्टियाँ तब इतनी गर्मी होती है कि पढ़ाई करना मुश्किल
8 घंटे रोज का सोना कुल मिलाकर साल में 122 दिन, अब बचे 131 दिन
1 घंटा रोज बात करने के लिए (क्योंकि आदमी सामाजिक प्राणी है)
जिसका मतलब हुआ साल में 15 दिन अब बचे 116 दिन,
2 घंटे हर दिन के खाने और दूसरे आवश्यक कामों के लिए जिसका मतलब 30 दिन,
अब बचे 86 दिन 1 घंटा रोज का खेलने के लिए मतलब 15 दिन साल में
अब बचे साल के 71 दिन पूरे साल परीक्षाएं चलती हैं 21 दिन
अब रह गए 50 दिन सर्दी कि छुटियाँ मॉनसून कि छुट्टियाँ, राष्ट्रीय पर्वों कि छुट्टियाँ
पिकनिक और दूसरी छुट्टियाँ मिलाकर लगभग 40 अब बचे 10 दिन 6 दिन बीमारी के लिए
अब रहे 4 दिन साल में तीन दिन फिल्मों के लिए अब बचा 1 दिन वार्षिक परीक्षों के लिए
सिर्फ एक दिन! तो हमारे अध्यापक हमें बताएँ, कि परीक्षा कि तैयारी हम कब करें ताकि हम परीक्षाओं में अच्छा कर सके!
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