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कुदरत ने औरत को हसींन बनाया।
खूबसूरती दी।
चाँद सा चेहरा दिया।
हिरणी सी आँखें दी।
मोरनी जैसी चाल दी।
रेशम से बाल दिए।
कोयल जैसी मीठी आवाज़ दी।
फूल सी मासूमियत दी।
गुलाब से होंठ दिए।
शहद सी मिठास दी।
प्यार भरा दिल दिया।
और फिर....
फिर क्या हुआ जानते हो?
एक ज़ुबान दी।
और सब सत्यानाश हो गया।
हर वक़्त टर्र, टर्र, टर्र।
- ज़ुल्मी तोता! अपने हरयाणे आले तो तोते बी जुल्मी होवे सै।
दिल्ली आला आदमी अपने हरयाणे में आ रहा था एक मेले में घुमण।
उड़े उसने एक तोता पसंद आ जा से... - दोस्ती की ज़रूरत! एक बहुत बड़ा सरोवर था। उसके तट पर मोर रहता था, और वहीं पास एक मोरनी भी रहती थी। एक दिन मोर ने मोरनी से प्रस्ताव रखा कि "हम तुम विवाह कर लें, तो...
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गीत - जिया जले, जान जले, रात भर धुआं चले
बीमारी - बुखार
गीत - तड़प-तड़प के इस दिल से... - इंजीनियर और हिंदी फिल्में! अगर इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हिंदी फिल्में बनाते तो उनके नाम कुछ ऐसे होते:
करंट हो न हो
जानम सप्लाई...