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पत्नी: खाने में क्या बनाऊं?
पति: कुछ भी बना लो, क्या बनाओगी?
पत्नी: जो आप कहो?
पति: दाल चावल बना लो।
पत्नी: सुबह ही तो खाये थे।
पति: तो रोटी सब्जी बना लो।
पत्नी: बच्चे नहीं खायेंगे।
पति: तो छोले पूरी बना लो।
पत्नी: मुझे तली हुई चीज़ें भारी लगती हैं।
पति: अंडे की भुर्जी बना लो।
पत्नी: आज वीरवार है।
पति: परांठे?
पत्नी: रात को परांठे नहीं खाने चाहिए।
पति: होटल से मंगवा लेते हैं।
पत्नी: रोज-रोज बाहर का नहीं खाना चाहिए।
पति: कढ़ी चावल?
पत्नी: दही नहीं है।
पति: इडली सांभर?
पत्नी: समय लगेगा, पहले बोलना था।
पति: एक काम करो मैग्गी बना लो।
पत्नी: पेट नहीं भरता मैग्गी से।
पति: तो फिर क्या बनाओगी?
पत्नी: जो आप बोलो।
- DRINK की खोज! DRINK शब्द का एक-एक Alphabet एक-एक पेग के असर को देख कर बनाया गया है। अक्षर के पहले शब्द को लेकर DRINK शब्द बना है।
1. यदि एक पेग लेते हैं... - तारीफ भी पड़ गयी महंगी! एक आदमी की शादी को 20 साल हो गए थे लेकिन उसने आज तक अपनी पत्नी के हाथ से बने खाने की तारीफ नहीं की।
एक दिन जब वो दफ्तर... - मैं औऱ मेरी तनहाई! मैं औऱ मेरी तनहाई,
अक्सर ये बाते करते हैं;
ज्यादा पीऊं या कम,
व्हिस्की पीऊं या रम;
या फिर तौबा कर लूं... - बनिया और कटोरा! एक बनिए की बाजार में छोटी सी मगर बहुत पुरानी कपड़े सीने की दुकान थी। उनकी इकलौती सिलाई मशीन के बगल में एक बिल्ली बैठी...
- गुटर-गुं! एक बार एक आदमी अपनी प्रेमिका के साथ पार्क में बाहों में बाहें डाल कर बैठा हुआ था और कुछ बड़ी ही रूमानी बातें कर रहा था कि तभी...