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एक बार एक सुंदर सी निजी सचिव गुस्से में अपने प्रबंधक के कमरे से बाहर निकली तो उसकी एक सहेली ने उस से पूछा, "अरे क्या हुआ तू गुस्से में क्यों है?"
सचिव: जब मैं अन्दर गयी तो बॉस ने मुझे बड़े प्यार से कुर्सी पर बैठने के लिए कहा।
सहेली: फिर?
सचिव: फिर उन्होंने बड़े प्यार से मुझ से पूछा की क्या मैं आज शाम को फ्री हूँ।
सहेली:फिर ?
सचिव: मैंने खुशी के मारे हां कर दी...और...
सहेली : और?
सचिव: और क्या....उस कम्बख्त ने मुझे 500 पेज टाइप करने को दे दिए।
- खाने में क्या बनाऊं? पत्नी: खाने में क्या बनाऊं?
पति: कुछ भी बना लो, क्या बनाओगी?
पत्नी: जो आप कहो... - मरवा दिया पठान ने! पठान अपनी बैलगाडी में अनाज के बोरे लादकर शहर ले जा रहा था। अभी गाँव से निकला ही था कि एक खड्डे में उसकी गाड़ी पलट गई। पठान...
- DRINK की खोज! DRINK शब्द का एक-एक Alphabet एक-एक पेग के असर को देख कर बनाया गया है। अक्षर के पहले शब्द को लेकर DRINK शब्द बना है।
1. यदि एक पेग लेते हैं... - तारीफ भी पड़ गयी महंगी! एक आदमी की शादी को 20 साल हो गए थे लेकिन उसने आज तक अपनी पत्नी के हाथ से बने खाने की तारीफ नहीं की।
एक दिन जब वो दफ्तर... - मैं औऱ मेरी तनहाई! मैं औऱ मेरी तनहाई,
अक्सर ये बाते करते हैं;
ज्यादा पीऊं या कम,
व्हिस्की पीऊं या रम;
या फिर तौबा कर लूं...