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क्या आपने कभी सोचा है कि औरतें मांग क्यूं भरती हैं?
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नहीं पता न...
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मैं बताता हूँ।
औरतें मांग इसलिए भरती हैं ताकि लोगों को पता चल जाए कि इस प्लाट की रजिस्ट्री हो चुकी है।
पुरुष कभी मांग नहीं भरते क्योंकि ये तो गोचर भूमि है, इसकी रजिस्ट्री नही हो सकती।
शादी के समय आपने देखा होगा वरमाला का समय होता है तब दुल्हन के साथ तीन चार और लडकियां आती हैं, उसका क्या तात्पर्य है?
उसका तात्पर्य है कि जिस प्लाट की रजिस्ट्री हो रही होती है उसके नक्शे में आस-पास खाली प्लाट दिखाने पड़ते हैं।
इसमे भी एक समस्या है कि कुछ की रजिस्ट्री हो चुकी होती है और बाकियों पर अवैध कब्जा चल रहा होता है।
- सपनो का मतलब! एक नवविवाहित जोड़ा दोपहर को अपने घर में सो रहा था। जागने पर पत्नी ने अपने पति से कहा, "जानते हो, अभी-अभी मैंने क्या सपना देखा?"
पति: क्या?... - एक ख़ास मुरब्बा! जब पतिदेव अच्छी तरह धुल जाएँ तब उन्हें एक दम काली, ठण्डी, बिना शक्कर की बे-जायका चाय निगलने के लिए मजबूर करें साथ ही साथ पतिदेव को धीमे-धीमे कर्कश वचनों की आंच में पकने दें।...
- गीता सार! पिता, अपने बेटे से: ओ बेवकूफ़, मैंने तुमको गीता दी थी पढ़ने के लिए क्या तुमने गीता पढ़ी? कुछ दिमाग में घुसा?
पुत्र: हाँ पिता जी, पढ़ ली और अब आप मरने के लिए तैयार हो जाओ (इतना कहते बेटे ने पिता की कनपटी पर तमंचा रख दिया)।... - स्टेट बैंक की कहानी! जरूरी नहीं, कि पापों के प्रायश्चित के लिए दान पुण्य ही किया जाए। स्टेट बैंक में खाता खुलवा कर भी प्रायश्चित किया जा सकता है।
छोटा मोटा पाप हो, तो बैलेंस पता करने चले जाएँ।... - नहाना भी गलती है! रविवार के दिन पति देव थोड़ी देरी से उठे और उठते ही बोले, "आज तो बड़ी गर्मी है, ठन्डे-ठन्डे पानी से नहाया जाये"... (सीटी बजाते हुए बाथरूम में घुस गए)
नहाने के बाद पति: अरे सुनो ज़रा तौलिया देना...