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डालो अपनी चाबी किसी और के लॉक में;
आओ, कुछ दिन तो गुजारो बैंगकॉक में;
डाले रहेते हो हाथ अपनी ही बीवी की डोक में
आओ, कुछ दिन तो गुजारो बैंगकॉक में;
परायी चूत का रस लगाओ अपने कोक पे;
आओ, कुछ दिन तो गुजारो बैंगकॉक में;
ढूंढो अपनी खुशी किसी और के फ्रॉक में;
आओ, कुछ दिन तो गुजारो बैंगकॉक में;
खुलकर ठोको तुम गली-रस्ते-चौंक में;
आओ, कुछ दिन तो गुजारो बैंगकॉक में;
रहते हो हमेशा बीवी के खौफ में;
कुछ दिन तो गुजारो बैंगकॉक में।
Bangkok Tourism
- शेख चिल्ली की सोच! एक बार संता को कहीं जाना था। दरवाजा खोला तो देखा हल्की बारिश हो रही है। जाना पैदल है और बारिश बढ़ भी सकती है।
सोचने लगा कि क्या करूँ फिर ख्याल आया कि... - कॉल-गर्ल के नियम! किसी कालगर्ल की बुकिंग स्लिप पर ये नियम व शर्तें छपी थी।
1. चूत की गहराई को उंगली से नापना सख़्त मना है।
2. हमारे यहाँ चोदने... - ज्ञान वाणी! एक बार एक उदास बंदर मरने को गया तो जाते-जाते उसने सोते हुए शेर की गांड में ऊँगली डाल दी।
शेर उठा और गुस्से से दहाड़ा, "किसने... - कुछ सच! 1. इंसान का लंड और सरकारी काम हमेशा लटकता रहता है।
2. चूत और दूध के फटने पर हमेशा औरत चिल्लाती है।
3. सांप और गांड... - प्यार का अंदाज़! एक बार एक बिलकुल कुंवारी लड़की की एक पठान से शादी हो रही थी। शादी के बाद जब लड़की की विदाई का समय आया तो लड़की की माँ लड़की को अकेले एक कमरे में ले गयी।
माँ उसे शादी और सुहागरात के लिए कुछ बताने लगी और...