सहिष्णुता के अभ्यास में, किसी का दुश्मन ही उसका सबसे अच्छा शिक्षक होता है। |
मैं सबसे अन्धकार भरे दिनों में उम्मीद खोज लेता हूँ, और सबसे अच्छे दिनों पर ध्यान केन्द्रित करता हूँ। मैं ब्रह्माण्ड को आंकता नहीं हूँ। |
धर्म का उद्देश्य खुद को नियंत्रित करना है, दूसरों की आलोचना करना नहीं। |
प्रसन्नता कोई पहले से निर्मित वास्तु नहीं है; वो आपके कर्मो से आती है! |
प्रसन्नता कोई पहले से निर्मित वास्तु नहीं है! वो आपके कर्मो से आती है! |
जब कभी संभव हो दयालु बने रहिये, यह हमेशा संभव है! |
हमारे जीवन का उद्देश्य प्रसन्न रहना है। |
जहाँ अज्ञानता हमारा स्वामी है, वहाँ वास्तविक शांति की कोई संभावना नहीं है। |
अपनी क्षमता को पहचानकर और उस पे विश्वास कर के कोई एक बेहतर दुनिया बना सकता है! |
यदि आप दूसरों को प्रसन्न देखना चाहते हैं तो करुणा का भाव रखें! यदि आप स्वयम प्रसन्न रहना चाहते हैं तो भी करुणा का भाव रखें! |