जो किसी और ज़िन्दगी की उम्मीद नहीं करते वो इसके लिए भी मर चुके हैं। |
हम अपनी इच्छा अनुसार अपने बच्चों को नहीं बना सकते, हमें उन्हें उसी रूप में स्वीकारना और प्रेम करना होगा जिस रूप में भगवान ने उन्हें हमें दिया है। |
खुद पर भरोसा करो, तब तुम जान पाओगे कि कैसे जिया जाए। |
एक आदमी के शिष्टाचार एक दर्पण हैं, जिस में वो अपना चित्र दिखाता है। |
जब हम लक्ष्य के पास पहुँचते हैं तो मुश्किलें बढ़ जाती हैं। |
एक आदमी का आइना उसके शिष्टाचार हैं जिनसे वो अपना चित्र दर्शाता है। |
अपने आप पर विश्वास रखो, फिर आप जानोगे कैसे जीना है। |
महत्वाकांक्षा और प्यार महान कामों को पंख हैं। |
महत्वाकांक्षा और प्यार महान कार्यों के पंख हैं। |
जब हम लक्ष्य के करीब पहुँचते हैं तो कठिनाईयां भी बढ़ जाती हैं। |