अहिंसा सबसे बड़ा धर्म है। |
इस संसार में जन्म, जरा और मरण के दुःख से ग्रस्त जीव को कोई सुख नहीं है। अत: मोक्ष ही एक उपादेय है। |
कभी किसी के अस्तित्व को मत मिटाओ। शांतिपूर्वक जियो ओर दूसरों को भी जीने दो। |
किसी के अस्तित्व को मत मिटाओ। शांतिपूर्वक जियो ओर दूसरों को भी जीने दो। |
इस संसार में जन्म, जरा और मरण के दुःख से ग्रस्त जीव को कोई सुख नहीं है। अत: मोक्ष ही उपादेय है। |
शांति और आत्म-नियंत्रण अहिंसा है। |
वह पुरूष धन्य है जो काम करने में कभी पीछे नहीं हटता, भाग्यलक्ष्मी उसके घर की राह पूछती हुई चली आती है। |
भय रहित तो केवल वैराग्य ही है। |
तीन बातें कभी न भूलें, प्रतिज्ञा करके, क़र्ज़ लेकर और विश्वास देकर। |