Plutarch Hindi Quotes

  • मैं ऐसा दोस्त नहीं चाहता जो जब मैं बदलूं तब वो बदले और जब मैं सिर हिलाऊं तो वो सर हिलाए; मेरी परछाई ये काम कहीं बेहतर कर सकती है।Upload to Facebook
    मैं ऐसा दोस्त नहीं चाहता जो जब मैं बदलूं तब वो बदले और जब मैं सिर हिलाऊं तो वो सर हिलाए; मेरी परछाई ये काम कहीं बेहतर कर सकती है।
    ~ Plutarch