Saint Thiruvalluvar Hindi Quotes

  • अपनी पीड़ा सह लेना और दूसरे जीवों को पीड़ा न पहुंचाना, यही तपस्या का स्वरूप है|

Upload to Facebook
    अपनी पीड़ा सह लेना और दूसरे जीवों को पीड़ा न पहुंचाना, यही तपस्या का स्वरूप है|
    ~ Saint Thiruvalluvar
  • इन्सान का आभूषण उसकी नम्रता और उसके मीठे वचन होते हैं। और बाकी सब नाम मात्र के भूषण हैं।
Upload to Facebook
    इन्सान का आभूषण उसकी नम्रता और उसके मीठे वचन होते हैं। और बाकी सब नाम मात्र के भूषण हैं।
    ~ Saint Thiruvalluvar
  • अच्छे और विनम्र शब्दों के ज्ञान होने के बावजूद भी दूसरो के साथ गलत शब्दों का इस्तेमाल करना बिल्कुल वैसे हो जाता है, जैसे पेड़ पर पके हुए फल लगे होने के बावजूद कच्चे फल खाना।Upload to Facebook
    अच्छे और विनम्र शब्दों के ज्ञान होने के बावजूद भी दूसरो के साथ गलत शब्दों का इस्तेमाल करना बिल्कुल वैसे हो जाता है, जैसे पेड़ पर पके हुए फल लगे होने के बावजूद कच्चे फल खाना।
    ~ Saint Thiruvalluvar
  • इन्सान का आभूषण उसकी नम्रता और उसके मीठे वचन होते हैं। और बाकी सब नाम मात्र के भूषण हैं।Upload to Facebook
    इन्सान का आभूषण उसकी नम्रता और उसके मीठे वचन होते हैं। और बाकी सब नाम मात्र के भूषण हैं।
    ~ Saint Thiruvalluvar
  • बुरी आदतो वाले या बुरे व्यवहार वाले इन्सान के साथ बात करना विल्कुल वैसे है , जैसे टॉर्च की सहायता से पानी के नीचे डूबते इन्सान को तलाशना।Upload to Facebook
    बुरी आदतो वाले या बुरे व्यवहार वाले इन्सान के साथ बात करना विल्कुल वैसे है , जैसे टॉर्च की सहायता से पानी के नीचे डूबते इन्सान को तलाशना।
    ~ Saint Thiruvalluvar
  • कमल जिस पानी में खिला है, उस पानी की गहराई चाहे जितनी क्यों न हो , कमल हमेशा पानी के ऊपर ही रहता है ठीक उसी प्रकार से एक इन्सान कितना महान है, ये उसकी मानसिक ताकत पर निर्भर करता है|Upload to Facebook
    कमल जिस पानी में खिला है, उस पानी की गहराई चाहे जितनी क्यों न हो , कमल हमेशा पानी के ऊपर ही रहता है ठीक उसी प्रकार से एक इन्सान कितना महान है, ये उसकी मानसिक ताकत पर निर्भर करता है|
    ~ Saint Thiruvalluvar
  • इन्सान का आभूषण उसकी नम्रता और उसके मीठे वचन होते हैं। और बाकी सब नाम मात्र के भूषण हैं।
Upload to Facebook
    इन्सान का आभूषण उसकी नम्रता और उसके मीठे वचन होते हैं। और बाकी सब नाम मात्र के भूषण हैं।
    ~ Saint Thiruvalluvar
  • इन्सान का आभूषण उसकी नम्रता और उसके मीठे वचन होते हैं। और बाकी सब नाम मात्र के भूषण हैं।Upload to Facebook
    इन्सान का आभूषण उसकी नम्रता और उसके मीठे वचन होते हैं। और बाकी सब नाम मात्र के भूषण हैं।
    ~ Saint Thiruvalluvar
  • कमल जिस पानी में खिला है , उस पानी की गहराई चाहे जितनी क्यों न हो, कमल हमेशा पानी के ऊपर ही रहता है ठीक उसी प्रकार से एक इन्सान कितना महान है, ये उसकी मानसिक ताकत पर निर्भर करता है|Upload to Facebook
    कमल जिस पानी में खिला है , उस पानी की गहराई चाहे जितनी क्यों न हो, कमल हमेशा पानी के ऊपर ही रहता है ठीक उसी प्रकार से एक इन्सान कितना महान है, ये उसकी मानसिक ताकत पर निर्भर करता है|
    ~ Saint Thiruvalluvar
  • जरुरत के समय सहायता मिल जाने से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ और हो ही नहीं सकता|
Upload to Facebook
    जरुरत के समय सहायता मिल जाने से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ और हो ही नहीं सकता|
    ~ Saint Thiruvalluvar