Swami Ramtirth Hindi Quotes

  • उसकी इन्सान का मन पवित्र नहीं है उसकी कभी जय नहीँ हो सकती है|

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    उसकी इन्सान का मन पवित्र नहीं है उसकी कभी जय नहीँ हो सकती है|
    ~ Swami Ramtirth
  • उस आजादी को खत्म कर देना चाहिए, जो पाप की गुलामी कर रहा हो|Upload to Facebook
    उस आजादी को खत्म कर देना चाहिए, जो पाप की गुलामी कर रहा हो|
    ~ Swami Ramtirth
  • आत्म साक्षात्कार मेँ बाधक बनने वाली प्यारी चीज को भी तुरंत हटा देना चाहिए|Upload to Facebook
    आत्म साक्षात्कार मेँ बाधक बनने वाली प्यारी चीज को भी तुरंत हटा देना चाहिए|
    ~ Swami Ramtirth
  • जिस समय दुनिया के सभी लोग तुम्हारी प्रशंसा करेंगे तो वह समय तुम्हारे रोने का होगा|Upload to Facebook
    जिस समय दुनिया के सभी लोग तुम्हारी प्रशंसा करेंगे तो वह समय तुम्हारे रोने का होगा|
    ~ Swami Ramtirth
  • चिंताएं, परेशानियां, दुःख और तकलीफें परिस्थितियों से लड़ने से नहीं दूर हो सकतीं, वे दूर होंगी अपनी अंदरूनी कमजोरी दूर करने से जिसके कारण ही वे सचमुच पैदा हुईं है।Upload to Facebook
    चिंताएं, परेशानियां, दुःख और तकलीफें परिस्थितियों से लड़ने से नहीं दूर हो सकतीं, वे दूर होंगी अपनी अंदरूनी कमजोरी दूर करने से जिसके कारण ही वे सचमुच पैदा हुईं है।
    ~ Swami Ramtirth
  • आलस्‍य मृत्‍यु के समान है, और केवल उद्यम ही आपका जीवन है।Upload to Facebook
    आलस्‍य मृत्‍यु के समान है, और केवल उद्यम ही आपका जीवन है।
    ~ Swami Ramtirth
  • विश्वास का अभाव अज्ञान है।Upload to Facebook
    विश्वास का अभाव अज्ञान है।
    ~ Swami Ramtirth
  • यदि तुम अपने आपको काबिल बना लो, तो सहायता खुद तुम्हे आ मिलेगी।Upload to Facebook
    यदि तुम अपने आपको काबिल बना लो, तो सहायता खुद तुम्हे आ मिलेगी।
    ~ Swami Ramtirth
  • जब तक तुम्‍हारें अन्‍दर दूसरों के, अवगुण ढुंढने या उनके दोष देखने, की आदत मौजूद है ईश्‍वर का साक्षात, करना अत्‍यंत कठिन है।Upload to Facebook
    जब तक तुम्‍हारें अन्‍दर दूसरों के, अवगुण ढुंढने या उनके दोष देखने, की आदत मौजूद है ईश्‍वर का साक्षात, करना अत्‍यंत कठिन है।
    ~ Swami Ramtirth
  • ​जो मनुष्‍य अपने साथी से घृणा करता है, वह उसी मनुष्‍य के समान हत्‍यारा है, जिसने सचमुच हत्‍या की हो। Upload to Facebook
    ​जो मनुष्‍य अपने साथी से घृणा करता है, वह उसी मनुष्‍य के समान हत्‍यारा है, जिसने सचमुच हत्‍या की हो।
    ~ Swami Ramtirth