उसकी इन्सान का मन पवित्र नहीं है उसकी कभी जय नहीँ हो सकती है| |
उस आजादी को खत्म कर देना चाहिए, जो पाप की गुलामी कर रहा हो| |
आत्म साक्षात्कार मेँ बाधक बनने वाली प्यारी चीज को भी तुरंत हटा देना चाहिए| |
जिस समय दुनिया के सभी लोग तुम्हारी प्रशंसा करेंगे तो वह समय तुम्हारे रोने का होगा| |
सच्चा कार्य अहंकार और स्वार्थ को छोड़े बिना नहीं होता। |
आलस्य मृत्यु के समान है, और केवल उद्यम ही आपका जीवन है। |
चिंताएं, परेशानियां, दुःख और तकलीफें परिस्थितियों से लड़ने से नहीं दूर हो सकतीं, वे दूर होंगी अपनी अंदरूनी कमजोरी दूर करने से जिसके कारण ही वे सचमुच पैदा हुईं है। |
आलस्य मृत्यु के समान है, और केवल उद्यम ही आपका जीवन है। |
विश्वास का अभाव अज्ञान है। |
जब तक तुम्हारें अन्दर दूसरों के, अवगुण ढुंढने या उनके दोष देखने, की आदत मौजूद है ईश्वर का साक्षात, करना अत्यंत मुश्किल है। |