भय ही पतन और पाप का निश्चित कारण है। |
किसी भी प्रकार का भय और अधूरी इच्छा ही हमारे दुखों का कारण है| |
अच्छे लोगों की ख़ूबी यह होती है कि उन्हें याद रखना नही पड़ता, वो याद रह जाते हैं! |
कामनाएँ समुद्र की भाँति अतृप्त हैं। पूर्ति का प्रयास करने पर उनका कोलाहल और बढ़ता है। |
असंभव की सीमा जानने का एक ही तरीका है असंभव से भी आगे निकल जाना। |
जीवन मे ज्यादा रिश्ते होना जरूरी नहीं है, पर जो रिश्ते हैं उनमे जीवन जरूरी हैं। |
भय ही पतन और पाप का निश्चित कारण है। |
लगातार पवित्र विचार करते रहे बुरे संस्कारो को दबाने के लिए एक मात्र समाधान यही है। |
एक बात दिन के उजाले के समान साफ है कि दुःख का कारण अज्ञान के सिवाय कुछ और नहीं है। |
ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं! वो हमीं हैं जो अपनी आँखों पर हाँथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अन्धकार है! |