दुनिया में दो तरह के बल्लेबाज़ हैं, पहला सचिन तेंदुलकर, दूसरा बाकी सभी। |
हम एक टीम से नहीं हारे, जिसे इंडिया कहते हैं, हम एक इंसान से हारे, जिसे सचिन कहते हैं। |
मैं चाहता हूँ कि मेरा बेटा सचिन तेंदुलकर बने। |
विकेट पत्नियों की तरह होते, आप कभी नहीं जानते कि उनसे क्या उम्मीद की जाये। |
अगर आज अच्छे से अभ्यास करोगे, तो कल एक चैंपियन की तरह खेलोगे। |
जितना कठिन परिश्रम तुम करोगे उतने ही भाग्यशाली बनोगे। |
अन्य खेल सिर्फ खेल हैं, बेसबॉल एक प्रेम है। |
खेल चरित्र का निर्माण नहीं करता, उस से चरित्र सामने आता है। |
खेल किसी की हत्या के बिना एक युद्ध की तरह है। |
ये मायने नहीं रखता कि खेल की शुरुआत किसने की, बल्कि मायने ये रखता है कि इसे ख़त्म कौन करता है। |