तुम मुझे भूल कर तो देखो; हर ख़ुशी रूठ जाएगी; जब अकेले तुम बैठोगे; खुद-ब-खुद मेरी याद आएगी। |
ख़ूबियाँ इतनी तो नहीं है हम में; कि हम आपको हर पल याद आयेंगे; पर इतना ऐतबार है हमें खुद पर; कि आप कभी हमें भूल ना पायेंगे। |
भुला ना सकोगे मुझे भूल कर तुम; मैं अक्सर तुम्हें याद आता रहूँगा; कभी ख़्वाब बन कर कभी याद बन कर; मैं नींद तुम्हारी चुराता रहूँगा। |
आँखें बंद करके रोता हूँ तो लगता है तुझे मैं रोया नहीं; सदियों तक जागा हूँ मैं तेरे इंतज़ार में सोया नहीं; प्यार में पाया क्या है यह मुझे मालूम नहीं है; पर तेरे सिवा ज़िंदगी में मैंने कुछ खोया नहीं। |
आप हमें रुला दो हमें गम नहीं; आप हमें भुला दो हमें कोई गम नहीं; जिस दिन हमने आपको भुला दिया; समझ लेना इस दुनियाँ में हम नहीं। |
शिकायत न करता ज़माने से कोई; अगर मान जाता मनाने से कोई; फिर किसी को याद करता न कोई; अगर भूल जाता भुलाने से कोई। |
याद रूकती नहीं रोक पाने से; दिल मानता नहीं किसी के समझाने से; रुक जाती हैं धड़कनें आपको भूल जाने से; इसलिए आपको याद करते हैं ज़ीने के बहाने से। |
कब तक खुद को रोक पाएगी; बिना मेरे न वो रह पाएगी; मैं बस जाऊंगा उसकी यादों में इस तरह; कि फिर वो दूसरों को याद करना भूल जाएगी। |
प्यार वो हम को बेपनाह कर गये; फिर ज़िंदगी में हम को तनहा कर गये; चाहत थी उनके इश्क़ में फ़नाह होने की; पर वो लौट कर आने को भी मना कर गये। |
वक्त हर चीज़ मिटा देता है; हसीन लम्हों को भुला देता है; पर नहीं मिटा सकता दोस्तों की यादें; क्योंकि वक्त खुद ही दोस्तों की याद दिला देता है। |