कुछ लोग धन के नाम पर लड़ते हैं तो कुछ जाति और धर्म के नाम पर! सिर्फ पति-पत्नी ही हैं जो निस्वार्थ भाव से बेवजह लड़ते हैं! |
बीवियाँ कितना भी 'बादाम' खा लें! 'पिस्ता' पति ही है! |
कितना मिलता जुलता नाम है - गुमशुदा और शादीशुदा! गुमशुदा घर से गुम हो जाते हैं! शादीशुदा घर में ही गुम हो जाते हैं! |
घर में पति के विचार को उतनी ही जगह मिलती है जितनी खाने की थाली में रखे हुए आचार को! |
कोई भी पति, अपनी पत्नी को खुश तो रख सकता है लेकिन... चुप नहीं रख सकता! |
चायपत्ती और पति में क्या समानता है? दोनों के भाग्य में जलना और उबलना ही लिखा है! |
पत्नी: आप मुझे बार-बार सॉरी मत बोला करो! पति: क्यों? पत्नी: क्योंकि मेरा लड़ने का सारा मूड ख़राब हो जाता है! |
पत्नी: मुझे समझदार आदमी से शादी करनी चाहिए थी! पति: समझदार आदमी कभी शादी नहीं करेगा। पत्नी: बस! मुझे बस इतना ही साबित करना था! |
कल मैंने गलती से पत्नी को कह दिया कि आमिर खान मेरे फेवरेट हीरो हैं! मेरे आदर्श हैं! पता नहीं क्यों पत्नी ने सारा दिन खाना क्यों नहीं दिया? मैंने कुछ गलत कह दिया क्या? |
एक आदमी ने ग्रुप में पोस्ट डाली - आज मेरी शादी की सालगिरह है! किसी ने कमेंट किया - व्यक्तिगत समस्याओं को ग्रुप में ना डालें! |