Hindi SMS

  • पहले हम छुट्टियों के मज़े लेते थे!<br/>
अब छुट्टियां हमारे मज़े ले रहीं हैं!Upload to Facebook
    पहले हम छुट्टियों के मज़े लेते थे!
    अब छुट्टियां हमारे मज़े ले रहीं हैं!
  • बेचारी लड़कियाँ किसी के घर रिश्तेदारी में भी जाएं तो बस एक ही दिन मेहमान नवाज़ी होती है!<br/>
दूसरे दिन वो लोग भी बर्तन मंजवा लेते हैं!Upload to Facebook
    बेचारी लड़कियाँ किसी के घर रिश्तेदारी में भी जाएं तो बस एक ही दिन मेहमान नवाज़ी होती है!
    दूसरे दिन वो लोग भी बर्तन मंजवा लेते हैं!
  • कोरोना को चाहे जितनी मर्ज़ी गालियाँ दो!<br/>
पर बेचारे ने आज तक ना तो किसी के साथ भेदभाव किया ना ही जातिवाद!<br/>सबका साथ सबका सत्यानाश!Upload to Facebook
    कोरोना को चाहे जितनी मर्ज़ी गालियाँ दो!
    पर बेचारे ने आज तक ना तो किसी के साथ भेदभाव किया ना ही जातिवाद!
    सबका साथ सबका सत्यानाश!
  • महिलायें खुद को 45 की मान नहीं रही थी!<br/>
18 साल से ऊपर वालों को वैक्सीन बस इसलिए ही किया गया है!Upload to Facebook
    महिलायें खुद को 45 की मान नहीं रही थी!
    18 साल से ऊपर वालों को वैक्सीन बस इसलिए ही किया गया है!
  • पहले कोई छींकता था तो आदमी रुक जाता था कि कहीं मेरा काम ना सिमट जाये!<br/>
अब कोई छींकता है तो रुके हुए 10 आदमी भी चल देते हैं, कहीं मेरा काम ना निपट जाये!Upload to Facebook
    पहले कोई छींकता था तो आदमी रुक जाता था कि कहीं मेरा काम ना सिमट जाये!
    अब कोई छींकता है तो रुके हुए 10 आदमी भी चल देते हैं, कहीं मेरा काम ना निपट जाये!
  • हमेशा स्पेशल बन कर रहें क्योंकि गर्मी आ गयी है 'आम' हुए तो आचार बना दिए जाओगे!Upload to Facebook
    हमेशा स्पेशल बन कर रहें क्योंकि गर्मी आ गयी है 'आम' हुए तो आचार बना दिए जाओगे!
  • क्या सुनायें दर्द-ए-दिल साहेब किस हाल में जी रहे हैं;<br/>
रॉयल चैलेंज के गिलास में हल्दी वाला गर्म दूध पी रहे हैं!Upload to Facebook
    क्या सुनायें दर्द-ए-दिल साहेब किस हाल में जी रहे हैं;
    रॉयल चैलेंज के गिलास में हल्दी वाला गर्म दूध पी रहे हैं!
  • बाजार में जैसे ही किसी सुंदर चीज़ को देख के मुँह से WOW निकलता है, उसके दाम सुनकर WOW तुरंत ही HAIN बदल जाता है!Upload to Facebook
    बाजार में जैसे ही किसी सुंदर चीज़ को देख के मुँह से WOW निकलता है, उसके दाम सुनकर WOW तुरंत ही HAIN बदल जाता है!
  • नवमी तिथि मधुमास पुनीता,<br/>
शुक्ल पक्ष अभिजीत नव प्रीता;<br/>
मध्य दिवस अति शीत न घामा,<br/>
पवन काल लोक विश्रामा!<br/>
राम नवमी की हार्दिक शुभकामनायें!Upload to Facebook
    नवमी तिथि मधुमास पुनीता,
    शुक्ल पक्ष अभिजीत नव प्रीता;
    मध्य दिवस अति शीत न घामा,
    पवन काल लोक विश्रामा!
    राम नवमी की हार्दिक शुभकामनायें!
  • आज का ज्ञान:</br>
कभी भी `खाना तैयार है` की पहली आवाज़ पर मत उठें...</br>
वो दरअसल आपको सलाद काटने, पानी भरकर लाने और प्लेट लगाने के लिए होती है!Upload to Facebook
    आज का ज्ञान:
    कभी भी "खाना तैयार है" की पहली आवाज़ पर मत उठें...
    वो दरअसल आपको सलाद काटने, पानी भरकर लाने और प्लेट लगाने के लिए होती है!
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