कुछ बिखरे सपने और आँखों में नमी है; एक छोटा सा आसमान और उमीदों की ज़मीं है; यूँ तो बहुत कुछ है ज़िंदगी में; बस जिसे चाहते हैं उसी की कमी है। |
तेरी बेरुखी को भी रुतबा दिया हमने; प्यार का हर फ़र्ज़ भी अदा किया हमने; मत सोच कि हम भूल गए हैं तुझे; आज भी खुदा से पहले तुझे याद किया है हमने। |
उस अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यों है; इंकार करने पर भी चाहत का इकरार क्यों है; उसे पाना नहीं मेरी तकदीर में शायद; फिर हर मोड़ पे उसी का इंतज़ार क्यों है। |
कुछ पल में ज़िंदगी की तस्वीर बन जाती है; कुछ पल में ज़िंदगी की तक़दीर बदल जाती है; कर दो हमे माफ़ तुम ना होना यूँ हमसे खफा ऐ मेरे दोस्त; क्योंकि इसी रुस्वाई से पूरी ज़िंदगी बिखर जाती है। |
तुझसे दूर अब हम जा नहीं सकते; तुझसे प्यार कितना है यह हम बता नहीं सकते; हमें मालूम है ये ज़िन्दगी है चार दिन की लेकिन; तेरे बिन ये चार दिन तो क्या दो पल भी हम बिता नहीं सकते। |
दुनियादारी में हम थोड़े कच्चे हैं; पर दोस्ती के मामले में सच्चे है; हमारी सच्चाई बस इस बात पर कायम है; कि हमारे दोस्त हमसे भी अच्छे हैं। |
अगर जिंदगी में जुदाई न होती; तो कभी किसी की याद न आई होती; अगर साथ गुजरा होता, हर लम्हा; तो शायद रिश्तों में इतनी, गहराई न होती। |
ज़िंदगी गुज़र जाये पर प्यार कम ना हो; याद हमे रखना चाहे पास हम ना हों; क़यामत तक चलता रहे प्यार का सफर; यही अरमां है हमारा कि यह रिश्ता कभी ख़त्म ना हो। |
रिश्तों में सदा प्यार की मिठास रहे; कभी न मिटने वाला एक एहसास रहे; कहने को तो छोटी सी है यह जिंदगी; मगर दुआ है कि सदा आपका साथ रहे। |
उसको चाहा पर इज़हार करना नहीं आया; कट गयी उम्र पर हमें प्यार करना नहीं आया; उसने कुछ माँगा भी तो मांगी जुदाई; और हमें भी इंकार करना नहीं आया। |