पहली मोहब्बत थी मेरी हम ये जान न सके; प्यार क्या होता है वो पहचान न सके; हमने उन्हें दिल में बसाया है इस कदर कि; जब भी चाहा दिल से हम उसे निकाल न सके। |
हमारी गलतियों से कहीं टूट न जाना; हमारी शरारतों से कहीं रूठ न जाना; तुम्हारी दोस्ती ही है ज़िंदगी मेरी; इस प्यारे से बंधन को तुम भूल न जाना। |
दिमाग पर ज़ोर लगाकर गिनते हो गलतियां मेरी; कभी दिल पर हाथ रख के पूछना कसूर किसका है। |
आँखें भी मेरी पलकों से सवाल करती हैं; हर वक़्त आपको ही तो याद करती हैं; जब तक देख न लें चेहरा आपका; तब तक हर घडी आपका इंतज़ार करती हैं। |
दोस्त साथ हो तो रोने में भी शान है; दोस्त ना हो तो महफ़िल भी शमशान है; सारा खेल दोस्ती का है वरना; जनाज़ा और बारात एक समान है। |
ना दूर मुझसे जाया करो, दिल तड़प जाता है; हमेशा तेरे ख्यालों में दिन गुज़र जाता है; दिल ने एक सवाल पूछा था तुमसे; क्या दूर रह कर तुम्हें भी मेरा ख्याल आता है। |
यादें अक्सर होती हैं सताने के लिए; कोई रूठ जाता है फिर मान जाने के लिए; रिश्ते निभाना कोई मुश्किल तो नहीं; बस दिलों में प्यार चाहिए उसे निभाने के लिए। |
खूबसूरत सा एक पल किस्सा बन जाता है; जाने कब कौन ज़िंदगी का हिस्सा बन जाता है; कुछ लोग ज़िंदगी में मिलते हैं ऐसे; जिनसे कभी ना टूटने वाला रिश्ता बन जाता है। |
काश वो पल संग बिताये ना होते; तो उनको याद कर आज ये आँसू आये ना होते; खुदा को अगर इस तरह दूर ले जाना था उन्हें; तो इतनी गहराई से ये दिल मिलाये ना होते। |
खुशबू की तरह मेरी साँसों में रहना; लहू बनके मेरी नस-नस में बहना; दोस्ती होती है रिश्तों का अनमोल गहना; इसलिए दोस्त को कभी अलविदा न कहना। |