अब अगर जुबान से नाम लेते हैं; तो इन आँखों में आँसू आ जाते हैं; कभी घंटो बातें किया करते थे; और अब एक लफ्ज़ के लिए तरस जाते हैं। |
बात करने से पहले सोचता हूँ क्या कहना है; बात होने के बाद फिर कुछ कहना रह जाता है; अगर होता है इतना खूबसूरत ये प्यार; तो फिर क्यों अक्सर ये अधूरा रह जाता है। |
बहुत ही उदास है कोई शख्स तेरे जाने से; हो सके तो लौट कर आज किसी बहाने से; भले तू लाख ख़फ़ा हो पर एक बार तो देख ले; कोई बिखर गया है तेरे रूठ कर जाने से। |
हर रिश्ते में मिलावट देखी; कच्चे रंगों की सजावट देखी; लेकिन सालों साल देखा है माँ को; उसके चेहरे पे ना थकावट देखी; ना ममता में कभी मिलावट देखी। |
एक फूल कभी दो बार नहीं खिलता; ये जनम बार-बार नहीं मिलता; ज़िंदगी में तो मिल जाते हैं हज़ारों लोग; पर सच्चा दोस्त बार-बार नहीं मिलता। |
जीने के लिए दर्द का सामान बहुत है; कुछ रोज़ से अपना दिल परेशान बहुत है; मिलते हैं सभी लोगों से हम; बस आपसे मिलने का अरमान बहुत है। |
दिल की बात किसी से कही नहीं जाती; दिल की हालत अब हमसे सही नहीं जाती; तड़पती तो होगी वो भी हमारी तरह; वरना यूँ ही किसी की याद हर पल नहीं आती। |
है अगर दूरियां बहुत तो इतना समझ लो; कि पास रह कर भी कोई रिश्ता ख़ास नहीं होता; हो तुम मेरे दिल के पास इतने कि; दूर रह कर भी दूरियों का एहसास नहीं होता। |
नज़र चाहती है उनका दीदार करना; दिल चाहता है उनसे प्यार करना; क्या बतायें है इस दिल का आलम; नसीब में लिखा है बस इंतज़ार करना। |
इश्क़ ने हमें बेनाम कर दिया; हर ख़ुशी से हमें अंजान कर दिया; हमने तो कभी नहीं चाहा कि हमें भी मोहब्बत हो; लेकिन आप की एक नज़र ने हमे नीलाम कर दिया। |