कभी समझाएं नहीं - आपके मित्रों को इसकी ज़रुरत नहीं है और वैसे भी आपके शत्रु आप पर यकीन नहीं करेंगे। |
मित्र वो होता है जो आपको जाने और आपको उसी रूप में चाहे! |
असफलता की उत्पत्ति तभी होती है जब आप कोशिश करना बन्द कर देते हैं। |
कुछ भी सकारात्मक, नकारात्मक कुछ भी नहीं की तुलना में बेहतर है। |
दोस्त पाने के लिए पहले आपको दोस्त बनना पड़ेगा। |
आलोचना से बचने के लिए कुछ ना करो, कुछ ना कहो और कुछ भी ना बनो। |
असफलता की उत्पत्ति तभी होती है जब आप कोशिश करना बन्द कर देते हैं। |
असफलता की उत्पत्ति तभी होती है जब आप प्रयास करना बन्द कर देते हैं। |
असफलता आदमी की वो गलती है जिसमे वो अपने क्षमता अनुसार अपने अनुभव को भुना नहीं सका। |
कोशिश न करना ही असफलता है। |