हक़ीक़त मनुष्य के मन में मौजूद होती है, कहीं और नहीं। |
खुशियाँ केवल स्वीकृति में ही मौजूद होती हैं। |
खुशियाँ केवल स्वीकृति में ही मौजूद होती हैं। |
जो अतीत को नियंत्रित करता है वो अपने भविष्य को नियंत्रित करता है। जो अपने वर्तमान को नियंत्रित करता है वो अपने अतीत को नियंत्रित करता है। |
हक़ीक़त मनुष्य के मन में मौजूद होती है, कहीं और नहीं। |
राजनितिक भाषाएँ इस तरह गढी जाती है जिसमें, असत्य सत्य लग सके और हत्या सम्माननीय लग सके। |
राजनीतिक भाषा को इस तरह से डिजाइन किया जाता है, जिस से झूठ सच लगता है, हत्या सम्मानजनक शब्द लगता है, और शुद्ध हवा को दृढ प्रतीत होती है। |