ज़िन्दगी में कोई सीमा नहीं होती सिवाय उसके जो तुम बनाते हो। |
ज़िन्दगी में कोई सीमा नहीं होती सिवाय उसके जो तुम बनाते हो। |
अपने विचारों को कागज़ पर लिखो और उन्हें पढ़ो। उन्हें व्यर्थ ना जाने दो। |
जीवन में कोई सीमा नहीं होती सिवाय उसके जो तुम बनाते हो। |
आपके लक्ष्य आपकी ज़िन्दगी के मार्गदर्शक हैं जो आपको यह बताते हैं कि आपकी ज़िन्दगी में क्या मुमकिन है। |
किसी दूसरे की राय को अपनी वास्तविकता मत बनने दो। |
दूसरे लोगों की आप के प्रति राय वास्तविकता बने यह जरूरी नहीं है। |