दुःख व्यक्ति का साहस ख़त्म कर देता है! वह व्यक्ति की सीख ख़त्म कर देता है! हर किसी का सबकुछ नष्ट कर देता है! दुःख से बड़ा कोई शत्रु नहीं है! |
हमेशा प्रसन्न रहना कुछ ऐसा है जिसे प्राप्त करना कठिन है! कहने का अर्थ है, प्रसन्नता और दुःख किसी के जीवन में आते-जाते रहते हैं और ऐसा नही हो सकता ही कि लगातार सिर्फ प्रसन्नता ही बनी रहे! |
जो मनुष्य अपना पक्ष छोड़कर दूसरे पक्ष में मिल जाता है, वह अपने पक्ष के नष्ट हो जाने पर दूसरे पक्ष के द्वारा ही नष्ट कर दिया जाता है। |