धन तो वापस किया जा सकता है परन्तु सहानुभूति के शब्द वे ऋण हैं जिसे चुकाना मनुष्य की शक्ति से बाहर है। |
मोहब्बत त्याग की माँ है, जहां जाती है, बेटे को साथ ले जाती है। |
जो काम घड़ों जल से नहीं होता उसे दवा के दो घूँट कर देते हैं और जो काम तलवार से नहीं होता वह काँटा कर देता है। |
प्रेम त्याग की माँ है। वह जहाँ जाती है अपने बेटे को साथ ले जाती है। |
धन तो वापस किया जा सकता है परंतु सहानुभूति के शब्द वे ऋण हैं जिसे चुकाना मनुष्य की शक्ति के बाहर है। |
मुहब्बत त्याग की मां है, जहां जाती है, बेटे को साथ ले जाती है। |
धन तो वापस किया जा सकता है परंतु सहानुभूति के शब्द वे ऋण हैं जिसे चुकाना मनुष्य की शक्ति के बाहर है। |