अनमोल वचन Hindi SMS

  • दिन की शुरआत में हमें लगता है कि ज़िन्दगी में पैसा बहुत ज़रूरी है पर दिन ढलने पर हमें पता चलता है कि ज़िन्दगी में शांति और सुकून अधिक ज़रूरी है।Upload to Facebook
    दिन की शुरआत में हमें लगता है कि ज़िन्दगी में पैसा बहुत ज़रूरी है पर दिन ढलने पर हमें पता चलता है कि ज़िन्दगी में शांति और सुकून अधिक ज़रूरी है।
  • दूसरों को सहयोग देना ही उन्हें अपना सहयोगी बनाना है।
  • मुसीबत सब पर आती है, कोई बिखर जाता है और कोई निखर जाता है।<br />Upload to Facebook
    मुसीबत सब पर आती है, कोई बिखर जाता है और कोई निखर जाता है।
  • आईना कोई ऐसा बना दे ऐ खुदा,<br />
जो इंसान का चेहरा नहीं उसका किरदार दिखा दे।Upload to Facebook
    आईना कोई ऐसा बना दे ऐ खुदा,
    जो इंसान का चेहरा नहीं उसका किरदार दिखा दे।
  • ज्ञान हमें मुक्ति की तरफ ले जाता है लेकिन ज्ञान का घमंड हमें नरक की ओर ले जाता है।Upload to Facebook
    ज्ञान हमें मुक्ति की तरफ ले जाता है लेकिन ज्ञान का घमंड हमें नरक की ओर ले जाता है।
  • ज़रूरी नहीं कि हर समय लबों पर खुदा का नाम आये;<br />
वो लम्हा भी इबादत का होता है जब इंसान किसी के काम आये।Upload to Facebook
    ज़रूरी नहीं कि हर समय लबों पर खुदा का नाम आये;
    वो लम्हा भी इबादत का होता है जब इंसान किसी के काम आये।
  • सच्चाई और ईमानदारी का रास्ता बहुत कठिन है। इस पर चलने के लिए न जाने कितने लोगों को रास्ते से हटाना पड़ता है।Upload to Facebook
    सच्चाई और ईमानदारी का रास्ता बहुत कठिन है। इस पर चलने के लिए न जाने कितने लोगों को रास्ते से हटाना पड़ता है।
  • आपकी योग्यता आपको शिखर तक पहुँचाने में मददगार हो सकती है;<br />
लेकिन शिखर पर बने रहने के लिए चरित्र का होना ज़रूरी है।Upload to Facebook
    आपकी योग्यता आपको शिखर तक पहुँचाने में मददगार हो सकती है;
    लेकिन शिखर पर बने रहने के लिए चरित्र का होना ज़रूरी है।
  • अपनी जुबान की ताक़त उन माँ-बाप पर कभी मत आज़माओ जिन्होंने तुम्हें बोलना सिखाया है।Upload to Facebook
    अपनी जुबान की ताक़त उन माँ-बाप पर कभी मत आज़माओ जिन्होंने तुम्हें बोलना सिखाया है।
  • पीपल के पत्तों जैसे ना बनो, जो वक़्त आने पर सूख कर गिर जाते हैं,<br />
बनना है तो मेहँदी के पत्तों जैसा बनो जो खुद पिस कर भी दूसरों की ज़िन्दगी में रंग भर जाते हैं। Upload to Facebook
    पीपल के पत्तों जैसे ना बनो, जो वक़्त आने पर सूख कर गिर जाते हैं,
    बनना है तो मेहँदी के पत्तों जैसा बनो जो खुद पिस कर भी दूसरों की ज़िन्दगी में रंग भर जाते हैं।
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