यदि आप सही हैं तो आपको गुस्सा होने की जरुरत नहीं; यदि आप गलत हैं तो आपको गुस्सा होने का कोई हक़ नहीं। |
अपने पैरों पर खड़े रहते हुए मरना; घुटने टेक कर जीने से कहीं बेहतर है। |
समय एक बहती नदी की तरह है, क्योंकि जिस तरह कि सेतु के नीचे से गुजरा पानी कभी वापस नहीं आता उसी तरह बीता हुआ समय भी कभी वापस नहीं आता। तो इसीलिए ज़िन्दगी के हर पल को खुल के जियो! |
गलतियां आपके अनुभव को बढ़ाती हैं, और अनुभव आपकी गलतियों को घटाता है। तो इसीलिए आप अपनी गलतियों से सीखें और दूसरों को आपकी सफलताओं से सिखने दें। |
मेरी नजरों में वह आदमी मृत है जो जीते जी धर्म का पालन नहीं करता; लेकिन जो धर्म पालन में अपने प्राण दे देता है वह मरने के बाद भी बेशक लंबा जीता है। |
जीवन मिलना भाग्य की बात है; मृत्यु होना समय की बात है; पर मृत्यु के बाद भी लोगों के दिलों में; जीवित रहना ये 'कर्मों' की बात है! |
अगर कोई आपकी अवांछित आलोचना करता है तो उससे कदापि खिन्न ना हों; क्योंकि पत्थर हमेशा फलदार वृक्ष पर ही फैंके जाते हैं निष्फल पर नहीं। |
पात्र और कुपात्र में बहुत अंतर है; गाय घास खाकर भी दूध देती है; और साँप दूध पीकर भी जहर ही उगलता है। |
जिस प्रकार एक गाय का बछड़ा, हज़ारों गायो में अपनी माँ के पीछे चलता है उसी तरह कर्म आदमी के पीछे चलते हैं। किसी भी मनुष्य की वर्तमान स्थिति देख के उसके भविष्य का उपहास मत उड़ाओ; क्योंकि काम में इतनी शक्ति है कि वो एक मामूली से कोयले को धीरे-धीरे हीरे में बदल देती है। |
करम तेरे अच्छे हैं तो किस्मत तेरी दासी है; नीयत तेरी अच्छी है तो घर में मथुरा काशी है। |