हॉस्पिटल और स्कूल के लिए हम लड़े ही कब थे, मंदिर और मस्जिद के लिए लड़े थे और वो आज भी बंद है! |
खुद्दार मेरे शहर में फाक़े से मर गया, राशन तो मिल रहा था पर, वो फोटो से डर गया; खाना थमा रहे थे लोग सेल्फी के साथ साथ, मरना था जिसको भूख से, वो गैरत से मर गया! |
शब्द केवल चुभते हैं; खामोशियाँ तो मार देती हैं! |
फैक्ट्रीज़ बंद है तो नदियों का पानी साफ़ हो गया है! अगर न्यूज़ चैनल बंद हो जायें तो देश का माहौल भी साफ़ हो जायेगा! |
रावण मरा राम के वनवास से! कंस मरा कृष्ण के कारावास से! कोरोना मरेगा हम सबके गृहवास से! |
माटी का संसार है, खेल सके तो खेल; बाज़ी उस रब के हाथ है, पूरा विज्ञान फेल! |
कुदरत का अजब खेल तो देखिये; हवा शुद्ध है और चेहरे ढके हुए! |
तीन रिश्ते वक्त आने पर पहचाने जाते हैं! औलाद बुढापे में दोस्त मुसीबत में पत्नी लॉकडाउन में! |
पूरी ज़िन्दगी कमा कर यदि हम 20 दिन का जुगाड़ नहीं कर पाए तो 20 दिन कमा कर क्या लेंगे? सरकार का सहयोग करें, घर रहें, सुरक्षित रहें! |
कोरोना की वजह से कुछ शब्द इस ब्रह्माण्ड से ही गायब हो गए जैसे: कहाँ हो? घर कब आओगे? |