हम बुरे लोग है जनाब, बुरे वक़्त में काम आएंगे! |
लोग भी बहुत कमाल हैं, फिल्मों और नाटकों में किसी के दर्द को देखकर रो पड़ते हैं और असल जिंदगी में किसी के दुख दर्द को नाटक समझते हैं! |
ख़ुशियाँ पराई होती हैं, सब में बाँट दी जाती हैं; दर्द सिर्फ़ अपने होते हैं, दिल में रखने पड़ते हैं! |
दर्द सबके एक से है, मगर हौंसले सबके अलग अलग हैं! कोई हताश हो के बिखर जाता है, तो कोई संघर्ष करके निखर जाता है! |
ग़म में हँसने वालों को कभी रुलाया नहीं जाता; लहरों से पानी को हटाया नहीं जाता; होने वाले हो जाते हैं खुद ही दिल से जुदा; किसी को जबर्दस्ती दिल में बसाया नहीं जाता। |
बहुत अजीब है यह बंदिशें मोहब्बत की; कोई किसी को बहुत टूट कर चाहता है; और कोई किसी को चाह कर टूट जाता है। |
जाने क्यों दुनियां में ऐसा होता है; जो सब को ख़ुशी दे, वही क्यों रोता है; उम्र भर जो साथ ना दे सके; वही ज़िंदगी का पहला प्यार क्यों होता है। |
ऐ दिल मत कर इतनी मोहब्बत तू किसी से; इश्क़ में मिला दर्द तू सह नहीं पायेगा; एक दिन टूट कर बिखर जायेगा अपनों के हाथों से; किसने तोडा ये भी किसी से कह नहीं पायेगा। |
अपनी तो ज़िन्दगी है अजीब कहानी है; जिस चीज़ को चाहा वो चीज़ ही बेगानी है; हँसते भी है तो दुनिया को हँसाने के लिए; वरना दुनिया डूब जाये इन आखों में इतना पानी है। |
हमने भी किसी से प्यार किया था; कम नहीं, बेशुमार किया था; ज़िंदगी बदल गई थी तब उसने कहा कि; पागल तू सच समझ बैठा, मैने तो मज़ाक किया था। |