संता और जीतो हमको लड़की पसंद है, शादी कब करनी है? लड़की वाले: अभी तो हमारी लड़की पढ़ाई कर रही है। संता: तो हमारा लड़का कौन सा बच्चा है जो किताब फाड़ देगा। |
संता: इतनी महंगाई के दौर में, परांठे पर इतना घी। क्या हो गया है तुम्हें? नौकर: माफ़ कीजिये साहब, गलती से मैंने अपना परांठा आपको दे दिया। |
संता: कैसे आना हुआ? बंता: मैं तेरे लड़के के लिए रिश्ता लाया हूँ, लड़की "बी. कॉम." (B.Com.) है। संता: लड़की चाहे किसी भी कौम की हो, बस पढ़ी-लिखी होनी चाहिए। |
बंता: ओये तू ऑफिस में तो बड़ा शेर बना फिरता है। घर में तुझे क्या हो जाता? . . . . . . संता: यार होता तो घर में भी शेर ही हूँ। बस घर में मुझ पे दुर्गा जी सवार हो जाती हैं। |
रिक्शेवाला: बस स्टॉप के 20 रुपये लूँगा। संता: सामान भी साथ में है। रिक्शेवाला: सामान फ्री है। संता: ठीक है, सामान ले चल - मैं पैदल आता हूँ। |
एयर होस्टेस: सर, क्या लेंगे? संता: पूरी-सब्ज़ी, खीर और लड्डू। एयर होस्टेस: सर, आप किंगफ़िशर के प्लेन में आये हैं, माल्या जी के शराध में नहीं। |
संता: जो पति अपनी पत्नियां से डरते हैं, वो स्वर्ग जाते हैं। बंता: और जो नहीं डरते? संता: उनके लिए धरती ही स्वर्ग के समान है। |
संता बिजली की दुकान पर जाकर बोला, "2 पंखे देना, एक मरदाना और एक जनाना"। दुकानदार: पंखो में जेंट्स और लेडिज नहीं होते। संता: कैसे नहीं होते? एक 'बजाज' का दे और एक 'उषा' का। |
संता: मैं तीरथ यात्रा जा रहा हूँ। सोच रहा हूँ, दारु छोड़ दूँ। बंता: ये तो अच्छी बात है, इसमें कठिनाई क्या है? संता: पर किसके पास छोडूं? मेरे सभी दोस्त कमीने है साले, पी जायंगे। |
संता: यार जब मैं मरुँ तो मेरे मातम पर सामने वाले पड़ोसियों को जरुर बुलाना। बंता: क्यों? संता: यार, उस घर की औरतें लाश से लिपट-लिपट कर रोती हैं। |