सभ्य व्यवहार: मुंह बन्द करके जम्हाई लेना। |
अगर मैं अपने मन की सारी बातें बोल दूँ, तो मैँ भारी मुसीबत में पड़ सकता हूँ। |
दृढ़ता- वह गुण, जो हममें हो तो सत्याग्रह, दूसरे में हो तो दुराग्रह। |
कंप्यूटर एक मूर्ख है। |
भगवान और डॉक्टर को कभी नाराज़ मत करो, क्योंकि- जब भगवान नाराज़ होता है तो डॉक्टर के पास भेज देता है और जब डॉक्टर नाराज़ होता है तो भगवान के पास... |
पड़ोसी: वह महानुभाव जो आपके मामलों को आपसे ज्यादा समझते हैं। |
शांति का नोबेल पाने की चाह ऐसी है कि लोग इसके लिए हत्याएं तक कर सकते हैं। |
अगर आपका वजन ज्यादा है तो आपका दोस्त कभी भी अपना वजन घटाने की कोशिश नहीं करेगा। दूसरे को मोटा देख सभी खुद को पतला समझते है। |
कई बीवियां रखने में एक फायदा है, वे अपने पति से लड़ने की बजाय आपस में ही लड़ती रहती है। |
कान्फ्रेन्स रूम: वह स्थान जहां हर व्यक्ति बोलता है, कोई नहीं सुनता है और अंत में सब असहमत होते है। |