जब पढ़ने की मजबूरी ना हो तब आप क्या पढ़ते हैं यही निर्धारित करेगा कि जब आपके बस में ना हो तब आप क्या बनेंगे। |
लोग हमेशा युद्ध करते हैं जब कि वो कहते हैं कि उन्हें शांति प्रिय है। |
कई लोग नए साल का इंतज़ार अपनी पुरानी आदतों को नयी शुरआत देने के लिए करते हैं। |
एक चतुर सवाल बुद्धिमत्ता का आधा है। |
अपने सपने दूसरों को दिखाने के लिए बहुत साहस चाहिए होता है! |
हमारी खुशी या गम का बड़ा हिस्सा हमारे स्वभाव पर निर्भर करता है, न कि हमारी परिस्थितियों पर! |
कभी कोई व्यक्ति संयोग से ज्ञानी नहीं हुआ। |
हम मनुष्य के बनाए क़ानून तोड़ सकते हैं, पर प्रकृति के नियमों को नहीं! |
समय एक महान शिक्षक है, लेकिन दुर्भाग्यवश यह अपने सभी छात्रों को मार देता है! |
यदि आप बुद्धिमानी से आज्ञा दें, तो लोग ख़ुशी से उसका पालन करेंगे। |