आध्यात्मिक Hindi Quotes

  • हर कोई जो स्वयं की प्रशंशा करता है उसे विनम्र किया जाएगा, और हर कोई जो स्वयं को विनम्र करता है उसकी प्रशंसा होगी।Upload to Facebook
    हर कोई जो स्वयं की प्रशंशा करता है उसे विनम्र किया जाएगा, और हर कोई जो स्वयं को विनम्र करता है उसकी प्रशंसा होगी।
    ~ Jesus Christ
  • निश्चित रूप से जो नाराजगी युक्त विचारों से मुक्त रहते हैं, वही जीवन में शांति पाते हैं।Upload to Facebook
    निश्चित रूप से जो नाराजगी युक्त विचारों से मुक्त रहते हैं, वही जीवन में शांति पाते हैं।
    ~ Gautam Buddha
  • आस्था एक अन्तरंग ज्ञान है, प्रमाण से परे।Upload to Facebook
    आस्था एक अन्तरंग ज्ञान है, प्रमाण से परे।
    ~ Khalil Gibran
  • ईश्वर के सामने हम सभी एक बराबर ही बुद्धिमान हैं-और एक बराबर ही मूर्ख भी।Upload to Facebook
    ईश्वर के सामने हम सभी एक बराबर ही बुद्धिमान हैं-और एक बराबर ही मूर्ख भी।
    ~ Albert Einstein
  • लोग आपको हर्ट करते है, भगवान् आपको हील करेंगे। लोग आपको हयुमिलीएट करते हैं, भगवान् आपको मैग्निफाई करेंगे। लोग आपको जज करते हैं, भगवान् आपको जस्टिफाई करेंगे!Upload to Facebook
    लोग आपको हर्ट करते है, भगवान् आपको हील करेंगे। लोग आपको हयुमिलीएट करते हैं, भगवान् आपको मैग्निफाई करेंगे। लोग आपको जज करते हैं, भगवान् आपको जस्टिफाई करेंगे!
    ~ Brahma Kumari Shivani
  • अतीत पे ध्यान मत दो, भविष्य के बारे में मत सोचो, अपने मन को वर्तमान क्षण पे केन्द्रित करो.Upload to Facebook
    अतीत पे ध्यान मत दो, भविष्य के बारे में मत सोचो, अपने मन को वर्तमान क्षण पे केन्द्रित करो.
    ~ Buddha
  • प्रत्येक आत्मा स्वयं में सर्वज्ञ और आनंदमय है! आनंद बाहर से नहीं आता!Upload to Facebook
    प्रत्येक आत्मा स्वयं में सर्वज्ञ और आनंदमय है! आनंद बाहर से नहीं आता!
    ~ Lord Mahavira
  • जब भी आप कुछ निर्मित करना चाहें, बाह्य स्रोत पर निर्भर मत करिए: अन्दर गहराई तक जाइए और अनंत स्रोत को खोजिये।Upload to Facebook
    जब भी आप कुछ निर्मित करना चाहें, बाह्य स्रोत पर निर्भर मत करिए: अन्दर गहराई तक जाइए और अनंत स्रोत को खोजिये।
    ~ Shree Paramhansa Yogananda
  • मन को केवल कुछ चीजें ही याद रहती हैं। शरीर को सबकुछ याद रहता है। जो सूचना ये रखता है वो अस्तित्व के प्रारम्भ तक जाती हैं।Upload to Facebook
    मन को केवल कुछ चीजें ही याद रहती हैं। शरीर को सबकुछ याद रहता है। जो सूचना ये रखता है वो अस्तित्व के प्रारम्भ तक जाती हैं।
    ~ Sadhguru Jaggi Vasudev
  • ज्ञानी व्यक्ति ज्ञान और कर्म को एक रूप में देखता है, वही सही मायने में  देखता है!Upload to Facebook
    ज्ञानी व्यक्ति ज्ञान और कर्म को एक रूप में देखता है, वही सही मायने में देखता है!
    ~ Srimad Bhagavad Gita