अपने ही मोहल्ले में आशिक़ी कीजिये! पेट्रोल महंगा है तो ज़रा बचत हो जाएगी! |
बचपन में हमारे साथ माँ द्वारा किया गया बड़ा घोटाला! "यहाँ महंगा मिल रहा है, चल आगे चल वहाँ से दिलवा दूँगी"" |
किसी के दिल में बसना कुछ बुरा तो नहीं; किसी को दिल में बसाना कोई खता तो नहीं; गुनाह हो यह ज़माने की नजर में तो क्या; यह ज़माने वाले कोई खुदा तो नही! |
पडोसी: बुरा ना मनो तो एक बात पूछूँ? संता: नहीं भाई, मुझे बहुत जल्दी बुरा लग जाता है और उसके बाद जो मन में आता है मैं वो बोल देता हूँ! क्या फायदा फिर तुझे भी बुरा लगेगा! |
आज का ज्ञान: प्रेम में पड़े किसी पुरुष के लिए प्रेमिका के द्वारा बोला गया, "गुड मॉर्निंग" भी किसी "ग्लुकोन डी" से कम नहीं होता! |
"बच्चे है ये ही शैतानी नहीं करेंगे तो कौन करेगा?" ये बात केवल मेहमान के बच्चों के लिए ही कही जाती है और वो भी केवल मेहमान के सामने! |
मन में हमेशा लड्डू क्यों फूटते? जलेबी समोसा क्यों नहीं फूटते! |
ये आईफोन वालों की पैंट में जेब नहीं होती क्या? हमेशा हाथ में लेकर घुमते रहते हैं! |
पेट्रोल तो यूँ ही बदनाम हो गया है, भाव तुम्हारे भी कौन से कम हैं? |
कुटिल वचन सबतें बुरा, जारि करै सब छार। साधु वचन जल रूप है, बरसै अमृत धार।। कबीरदास जी कहते हैं कि कटु वचन बहुत बुरे होते हैं और उनकी वजह से पूरा बदन जलने लगता है। जबकि मधुर वचन शीतल जल की तरह हैं और जब बोले जाते हैं तो ऐसा लगता है कि अमृत बरस रहा है। कबीरदास जयंती की शुभकामनायें! |