टीचर: अगर तुमने सुबह चार रोटी खाई, दोपहर को तीन तो कुल कितनी रोटियां खाई? पप्पू: माँ खाते समय रोटी गिनने से मना करती है। |
टीचर: तुम देर से क्यों आए? पप्पू: सड़क पर लगे बोर्ड के कारण। टीचर: कैसे बोर्ड के कारण? पप्पू: जिस पर लिखा है, आगे स्कूल है, कृपया धीरे चलें। |
पप्पू: पापा मेरी टीचर कितनी मस्त है ना? संता: बेटा टीचर माँ समान होती है। पप्पू: आपको तो हमेशा अपनी ही ख़ुशी दिखाई देती है। |
संता: यार मेरी बीवी गुस्सा बहुत करती है। बंता: मेरी बीवी भी पहले बहुत गुस्सा करती थी, अब नहीं करती। संता: आपने क्या इलाज़ किया? बंता: एक दिन बहुत गुस्से में थी, मैंने कह दिया कि बुढ़ापे में गुस्सा आ ही जाता है। बस वह दिन है और आज का दिन है, तेज़ आवाज़ में भी बात नहीं करती। |
वेटर: सर आप क्या लेंगे? पठान: एक बटर चिकन और पाँच नान वेटर: डेजर्ट में आपको क्या पसंद है? पठान: ऊँठ की सवारी। |
मिनी: कितनी ठण्ड पड जाये लेकिन मैं फिर भी नहाती हूँ। पप्पू: अरे मैं तो ठण्ड में दो बार नहाता हूँ। मिनी: Wow.. तुम तो बहुत प्यारे हो। पप्पू: नहीं रे पगली, मैं दो बार नहाता हूँ लेकिन महीने में। लड़की बेहोश |
टीचर: पृथ्वी का चक्कर लगाने वाले नए उपग्रह का क्या नाम है? पप्पू: नरेंद्र मोदी। |
एक दिन संता पप्पू को समझा रहा था। संता: बेटा मेहनत किया कर, मेहनत करने से कोई मर नहीं जाता। पप्पू: इसीलिए तो मैं मेहनत नहीं करता पापा, असली मज़ा तो उसी काम में है जिसमे जान का खतरा हो। |
मिनी: मेरे चेहरे पर बहुत दाने निकल रहे हैं। पप्पू: तब तो तुम केसर का चलता फिरता स्रोत हो। मिनी: वो कैसे? पप्पू: तुमने सुना नहीं, 'दाने-दाने में केसर का दम'। |
जीतो: खिचड़ी बनाऊँ या बिरयानी? संता: तू पहले बना ले... फिर नाम रखेंगे। |