टीचर: इतने दिन कहाँ थे? पप्पू: बर्ड फ्लू हो गया था। टीचर: पर ये तो बर्ड्स को होता है इंसानो में नहीं। पप्पू: इंसान समझा ही कहाँ है अपने, रोज़ तो मुर्गा बना देते हो। |
पठान: यार, तुम जानते हो, मैंने तीन शादियाँ की, पर तीनों बीवियां मर गई। समझ में नहीं आता कि मैं क्या करूं? सिंधी: बस अब औरत जात पर रहम कर। |
पठान पहली बार अपनी बेगम को लेने ससुराल गया तो उसका जम कर स्वागत! हुआ खाने को अलग अलग तरह के पकवान बनाये गये। खाना खाते वक्त सास ने पुछा, "दामाद जी, आपको कौन सी डिश पसंद है?" पठान शरमाते हुए बोला, "जी, Tata Sky!" |
संता के घर पुलिस आई और दरवाजा खटखटाया। संता: कौन है? पुलिस वाले: हम पुलिस वाले हैं, दरवाजा खोलो। संता: क्यों खोलूं? पुलिस वाले: कुछ बात करनी है। संता: तुम कितने लोग हो। पुलिस वाले: हम 3 लोग हैं। संता: तो सालों आपस में बात कर लो, मेरे पास टाइम नहीं है। |
बंता: यार संता, ये जलेबी "फीमेल" क्यों है? संता: इसके दो कारण हैं, एक तो वो मीठी है और दूसरा वो कभी सीधी नहीं हो सकती। |
संता: पीके फिल्म का दूसरा पार्ट कब आएगा? बंता: क्यों? संता: वो पीके के गोले पर रहने वाली लड़कियो को भी देखना था मुझे! |
पप्पू: यार मैं चाहता हूँ कि जब मैं मरने लगूं तो भगवान मुझे पांच मिनट और दे दे। बंटी: क्यों, तू अपने पापों का प्राश्चित करना चाहते हो? पप्पू: अबे नहीं मोबाइल भी तो फॉर्मेट करना पड़ेगा, नहीं तो मरने के बाद भी घर वाले गालियाँ देंगे। |
टीचर: पप्पू, क्या तुम सोने से पहले भगवान से प्रार्थना करते हो? पप्पू: मैं नहीं करता, मेरी मम्मी करती हैं। मेरे बिस्तर पर लेटने के बाद वह हर रात को कहती है, "शुक्र है भगवान का... सो गया कम्ब्खत।" |
एक डॉक्टर साहब अपने दोस्त के साथ खाने की मेज पर बैठे ही थे कि टेलीफोन की घंटी बजी। डॉक्टर ने दोस्त से कहा, "भाई माफ़ करना, एक मरीज मर रहा है और मुझे तुरंत जाना है।" उनके दोस्त ने उनका हाथ पकड़ा और बोला, "बैठ जाओ यार आज तो किसी बेचारे को अपनी मौत मर जाने दो।" |
टीचर: चुम्बकीय शक्ति प्रभाव किसे कहते हैं? पप्पू: जब कोई लड़की स्कूटी पर जाते हुए किसी बाइक सवार लड़के के पास से गुजरती है तो उस लड़के की बाइक की गति अपने आप ही बढ़ जाती है। लड़की द्वारा उत्पन्न किये गये इस गति परिवर्तन को ही "चुम्बकीय शक्ति प्रभाव" कहते हैं और यदि ये प्रक्रिया नहीं होती है तो इसका सीधा अर्थ ये है कि लड़के में आयरन की कमी है। |