जीतो: तुम सारा साल पढाई क्यों नहीं करते, सिर्फ परीक्षा के दिनों में ही क्यों पढ़ते हो? पप्पू: लहरों का सुकून सभी को पसंद है लेकिन तूफानों में कश्ती निकालने का मज़ा ही कुछ और है। |
टीचर: Active Voice और Passive Voice का उदाहरण बताओ? पप्पू: Active Voice "तेरे मस्त-मस्त दो नैन मेरे दिल का ले गए चैन" Passive Voice "मेरे दिल का ले गए चैन तेरे मस्त-मस्त दो नैन"। |
बंता: यार, शादी में जाना है, कैसा 'कोट' पहन के जाऊँ कि सब मुझे ही देखें? संता: एक काम कर 'पेटी'कोट' पहन के चला जा फिर सब तुझे ही देखेंगे। |
पठान की बेगम(रोमांटिक होते हुए): सुनिए जी मुझे एक पप्पी चाहिए। पठान: लो घर में खाने के लाले पड़े हैं, इनको कुत्ता रखना है। |
संता शराब पी कर बस में चड़ा तो एक साधु बाबा बस में बैठे थे और बोले, "तुम नर्क के रास्ते पर जा रहे हो।" संता (चिल्लाते हुए): ओये रुको-रुको बस रोको, मैं गलत बस में चढ़ गया हूँ। |
संता: यार यह सुरेंदर हमेशा कड़की में रहता है। इसके पास कभी पैसे नहीं होते। बंता: क्यों, क्या वो तुमसे पैसे माँगता है? संता: नहीं यार, जब भी मैं माँगता हूँ तो मना कर देता है। |
पप्पू: प्यार हो जाये या मच्छर काट जाये अंजाम एक ही होता है। बंटी: क्या? पप्पू: बस रात को नींद नहीं आती। |
सिंधी: तुम ये ईंट लिए क्यों फिर रहे हो? पठान: कुछ नहीं यार, मैं अपना घर बेचना चाहता हूँ और ये उसका नमूना है। |
पप्पू: पापा स्कूल में एक छोटा सा 'Get Together' रखा है। संता: छोटा सा क्या मतलब? पप्पू: बस आप, मैं और प्रिंसिपल। |
पप्पू ने बस स्टॉप पर खड़ी एक लड़की को आँख मारी। लड़की: मैं ऐसी वैसी लड़की नहीं हूँ। पप्पू: वो तो ठीक है मगर चेक करना हमारा फ़र्ज़ बनता है। |