पठान: ये किस चीज़ का खेत है? किसान: ये कपास का खेत है, जिससे कपड़े बनाये जाते हैं। पठान: इसमें से सलवार वाला पौधा कौन सा है? |
एक दिन संता को ऑफिस से लौटने में काफी देर हो गई। घर आकर उसने देखा कि जीतो का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है और वो संता को देखते ही उस पर बरस पड़ी, "आखिर इतनी देर कहाँ लगा दी? तुम्हें मेरा कुछ ख़याल है कि नहीं?" संता: इसमें ख़याल वाली कौन सी बात हो गई? क्या आज से पहले मुझे कभी देर नहीं हुई? जीतो: वह बात और है। आज पड़ोसी आपस में बातें कर रहे थे कि एक पागल सा आदमी ट्रेन के नीचे आकर मर गया। तुम्हें नहीं मालूम, तब से मुझ पर क्या गुजर रही है? |
एक महिला का चेक-अप करने के बाद डॉक्टर ने कहा, "कोई बीमारी नहीं है, बस आराम की जरुरत है।" महिला: लेकिन आपने मेरी जीभ तो देखी ही नहीं? डॉक्टर: उसे ही तो आराम की जरुरत है। |
अध्यापक महान वैज्ञानिक न्यूटन के बारे में बता रहे थे, "न्यूटन बगीचे में बैठा हुआ था कि तभी एक सेब उसके सिर पर आकर गिरा। तब उसने गुरुत्वाकर्षण के नियम की खोज की।" पप्पू: बात बिलकुल साफ़ है, सर। अगर न्यूटन बगीचे में न बैठकर कक्षा में बैठा होता, जैसे कि हम लोग बैठे हुए हैं, तो किसी चीज़ की भी खोज न कर पाता। |
पप्पू पहले दिन स्कूल गया। टीचर: आज आपका स्कूल में पहला दिन है, कुछ पूछना हो तो पूछ सकते हो। पप्पू: यहाँ छुट्टियाँ कब से शुरू होंगी? |
मरीज (डॉक्टर से): डॉक्टर साहब मैं रोज 50 रुपये की दवाई ले रहा हूँ, पर कोई फायदा नहीं हो रहा। डॉक्टर: अब तुम मुझसे 40 रुपये वाली दवाई ले जाओ। इससे तुम्हे रोज 10 रुपये का फायदा होगा। |
संता: यार मुझे डांस प्रतियोगिता में पहला इनाम मिला है। बंता: पर तुझे तो डांस आता ही नहीं है। संता: वो न जब मैं स्टेज पर चढ़ा तो मुझे मिर्गी का दौरा पड़ गया था। |
जीतो: आज मेर पति का जन्मदिन है तो उनको क्या तोहफा दूँ? प्रीतो: तोहफा अपनी मर्ज़ी का देना है या उनकी मर्ज़ी का? जीतो: जन्मदिन उनका है तो तोहफा भी उन्हीं की पसंद का होना चाहिए। प्रीतो: फिर तो तू उन्हें तलाक़ दे दे। |
एक पठान का हाथ मशीन में आकर कट गया। उसका दोस्त उससे मिलने गया और बोला, "अच्छा हुआ तुम्हारा उल्टा हाथ कटा नहीं तो तुम खाना कैसे खाते, लोगों से हाथ कैसे मिलाते?" पठान: यह तो तुम हमारे दिमाग की दाद दो। हाथ तो हमारा सीधा ही आया था हमने फ़ौरन सीधा हाथ खींच कर उल्टा हाथ डाल दिया। |
डॉक्टर मरीज़ की नब्ज़ देखते हुए: तुम तो बिलकुल ठीक लग रहे हो और तुम्हारी नब्ज़ भी घडी की तरह चल रही है। मरीज़: वो इसलिए क्योंकि आपने मेरी घडी पर ही हाथ रखा हुआ है। |