अपनी औकात में रहकर बात कर पगली, जितने लड़के तेरी फ्रेंड लिस्ट में हैं उस से ज्यादा तो लड़कियां मेरी ब्लॉक लिस्ट में हैं। |
घड़ी की सुईयों - जैसा रिश्ता है, मेरे दोस्तों का कभी मिलते है.. कभी नहीं... पर हाँ, जुड़े रहते हैं। |
रिश्ते काँच की तरह होते हैं; टूट जाएं तो चुभते हैं; इन्हे संभालकर हथेली पर सजाना; क्योंकि इन्हें टूटने मे एक पल; और बनाने मे बरसो लग जाते हैँ। |
नज़रें मिल जाएं तो प्यार हो जाता है; पलकें उठ जाएं तो इज़हार हो जाता है; ना जाने क्या कशिश है आपकी चाहत में; कि कोई अनजान भी हमारी ज़िन्दगी का हक़दार हो जाता है। |
खामोश चेहरे पर हज़ारों पहरे होते हैं; हँसती आँखों में भी ज़ख़्म गहरे होते हैं; जिनसे अक्सर रूठ जाते हैं हम; असल में उनसे ही तो रिश्ते और गहरे होते हैं। |
महक दोस्ती की इश्क़ से कम नहीं होती; इश्क़ से ज़िन्दगी खत्म नहीं होती; अगर साथ हो ज़िन्दगी में अच्छे दोस्तों का; तो ज़िन्दगी ज़न्नत से कम नहीं होती। |
चाहने से प्यार नहीं मिलता; हवा से फूल नहीं खिलता; प्यार नाम होता है विश्वास का; बिना विश्वास सच्चा प्यार नहीं मिलता। |
आपकी दोस्ती पे नाज़ है हमें; कल था जितना भरोसा उतना ही आज है हमें; दोस्त वो नहीं जो ख़ुशी में साथ दे; दोस्त वही जो हर पल अपनेपन का एहसास दे। |
होंठों पे उल्फत के फ़साने नहीं आते; जो बीत गए फिर वो ज़माने नहीं आते; दोस्त ही होते हैं दोस्तों के हमदर्द; कोई फ़रिश्ते यहाँ साथ निभाने नहीं आते। |
साथ रहते-रहते यूँ ही वक़्त गुजर जायेगा; दूर होने के बाद कौन किसे याद आएगा; जी ले ये पल जब हम साथ हैं; कल का क्या पता वक़्त कहाँ ले जायेगा। |