रिश्ते और रास्ते एक ही सिक्के के दो पहलू हैं; कभी रिश्ते निभाते निभाते रास्ते खो जाते हैं; और कभी रास्ते पर चलते चलते रिश्ते बन जाते हैं। |
इतिहास के हर पन्ने पर लिखा है, दोस्ती कभी बड़ी नहीं होती, निभाने वाले हमेशा बड़े होते हैं। |
ज़ुबान खामोश आँखों में नमी होगी; ये बस एक दास्तां-ए ज़िंदगी होगी; भरने को तो हर ज़ख्म भर जाएगा; कैसे भरेगी वो जगह जहाँ तेरी कमी होगी। |
गुण मिलने पर शादी होती है; और अवगुण मिलने पर दोस्ती! दोस्ती मुबारक! |
मेरी सल्तनत में देख कर कदम रखना; मेरी दोस्ती की क़ैद में जमानत नहीं होती। |
दोस्ती कोई खोज नहीं होती; दोस्ती हर किसी से हर रोज़ नहीं होती; अपनी जिंदगी में हमारी मौजूदगी को बेवजह मत समझना; क्योंकि पलकें आँखों पर कभी बोझ नहीं होती। |
कुछ मीठे पल याद आते हैं; पलकों पर आँसू छोड़ जाते हैं; कल कोई और मिल जाये तो हमें न भूलना; क्योंकि कुछ रिश्ते उम्र भर काम आते हैं। |
ना छुपाना कोई बात दिल में हो अगर; रखना थोड़ा भरोसा हम पर; हम निभाएंगे प्यार का यह रिश्ता इस कदर; कि भुलाने पर भी ना भुला पाओगे हमें ज़िंदगी भर। |
दूर हो जाने से रिश्ते नहीं टूटते; न ही सिर्फ पास रहने से जुड़ते हैं; ये तो दिलों के बंधन हैं इसलिए; हम तुम्हें और तुम हमें नहीं भूलते। |
इत्तेफ़ाक़ से ही सही मगर मुलाकात हो गयी; ढूंढ रहे थे हम जिन्हें उन से बात हो गयी; देखते ही उन को जाने कहाँ खो गए हम; बस यूँ समझो वहीं से हमारे प्यार की शुरुआत हो गयी। |