Emotions Hindi SMS

  • हो जुदाई का सबब कुछ भी मगर;<br/>
हम उसे अपनी खता कहते हैं;<br/>
वो तो साँसों में बसी है मेरे;<br/>
जाने क्यों लोग उसे मुझे जुदा कहते हैं।Upload to Facebook
    हो जुदाई का सबब कुछ भी मगर;
    हम उसे अपनी खता कहते हैं;
    वो तो साँसों में बसी है मेरे;
    जाने क्यों लोग उसे मुझे जुदा कहते हैं।
  • कुछ मीठे पल याद आते हैं;<br/>
पलकों पर आँसू छोड़ जाते हैं;<br/>
कल कोई और मिल जाये तो हमें न भूलना;<br/>
क्योंकि कुछ रिश्ते उम्र भर काम आते हैं।Upload to Facebook
    कुछ मीठे पल याद आते हैं;
    पलकों पर आँसू छोड़ जाते हैं;
    कल कोई और मिल जाये तो हमें न भूलना;
    क्योंकि कुछ रिश्ते उम्र भर काम आते हैं।
  • अजीब लगती है शाम कभी-कभी;<br/>
ज़िंदगी लगती है बेजान कभी-कभी;<br/>
समझ आये तो हमें भी बताना;<br/>
कि क्यों करती हैं यादें परेशान कभी-कभी।Upload to Facebook
    अजीब लगती है शाम कभी-कभी;
    ज़िंदगी लगती है बेजान कभी-कभी;
    समझ आये तो हमें भी बताना;
    कि क्यों करती हैं यादें परेशान कभी-कभी।
  • कल हो न हो आज तो है;<br/>
आज हो न हो यह पल तो है;<br/>
यह पल हो न हो हम तो हैं;<br/>
हम हों न हों हमारी दोस्ती तो है।Upload to Facebook
    कल हो न हो आज तो है;
    आज हो न हो यह पल तो है;
    यह पल हो न हो हम तो हैं;
    हम हों न हों हमारी दोस्ती तो है।
  • वो पलकें झुकाना, वो तेरा शर्माना;<br/>
कोई तुझसे सीखे दिल को चुराना;<br/>
वो लटों को अपनी उंगली से घुमाना;<br/>
कोई तुझसे सीखे किसी को दीवाना बनाना।Upload to Facebook
    वो पलकें झुकाना, वो तेरा शर्माना;
    कोई तुझसे सीखे दिल को चुराना;
    वो लटों को अपनी उंगली से घुमाना;
    कोई तुझसे सीखे किसी को दीवाना बनाना।
  • अभी कुछ दूरियां तो कुछ फांसले बाकी हैं;<br/>
पल-पल सिमटती शाम से कुछ रौशनी बाकी है;<br/>
हमें यकीन है कि कुछ ढूंढ़ता हुआ वो आयेगा ज़रूर;<br/>
अभी वो हौंसले और वो उम्मीदें बाकी हैं।Upload to Facebook
    अभी कुछ दूरियां तो कुछ फांसले बाकी हैं;
    पल-पल सिमटती शाम से कुछ रौशनी बाकी है;
    हमें यकीन है कि कुछ ढूंढ़ता हुआ वो आयेगा ज़रूर;
    अभी वो हौंसले और वो उम्मीदें बाकी हैं।
  • पलट के आयेगी वो, मैं इंतज़ार करता हूँ;<br/>
क़सम खुदा की, उसे अब भी प्यार करता हूँ;<br/>
मैं जानता हूँ कि ये सब दर्द देते हैं मगर;<br/>
मैं अपनी चाहतों पे आज भी ऐतबार करता हूँ।Upload to Facebook
    पलट के आयेगी वो, मैं इंतज़ार करता हूँ;
    क़सम खुदा की, उसे अब भी प्यार करता हूँ;
    मैं जानता हूँ कि ये सब दर्द देते हैं मगर;
    मैं अपनी चाहतों पे आज भी ऐतबार करता हूँ।
  • काश मेरी रूह में आप इस कदर उतर जायें;
    मैं देखूं आईना और आपकी तस्वीर नज़र आये;
    जब आप हों सामने तो वक़्त ठहर जाये;
    और आपको देखते-देखते ये ज़िंदगी गुज़र जाये।
  • इस कदर हमारी चाहत का इम्तिहान न लीजिये;<br/>
क्यों हो हमसे ख़फ़ा ये बयां तो कीजिये;<br/>
कर दीजिये माफ़ अगर हो गयी है मुझसे कोई खता;<br/>
यूँ रूठ कर हमसे हमें सज़ा तो न दीजिये।Upload to Facebook
    इस कदर हमारी चाहत का इम्तिहान न लीजिये;
    क्यों हो हमसे ख़फ़ा ये बयां तो कीजिये;
    कर दीजिये माफ़ अगर हो गयी है मुझसे कोई खता;
    यूँ रूठ कर हमसे हमें सज़ा तो न दीजिये।
  • याद हमें रखना, चाहे पास हम न हों;<br/>
क़यामत तक चलता रहे, ये दोस्ती का सफ़र;<br/>
दुआ करो रब से कि कभी क़यामत न हो।Upload to Facebook
    याद हमें रखना, चाहे पास हम न हों;
    क़यामत तक चलता रहे, ये दोस्ती का सफ़र;
    दुआ करो रब से कि कभी क़यामत न हो।
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